यूपीएससी की तैयारी करने वाले तमाम कैंडिडेट्स ऐसे होते हैं, जिनका एजुकेशनल बैकग्राउंड बहुत मजबूत नहीं होता, हालांकि लगातार मेहनत करके वह इस परीक्षा को पास कर अपना सपना पूरा कर लेते हैं ।
Success Story Of IAS Topper Junaid Ahmad: अधिकतर लोग मानते हैं कि यूपीएससी में सफलता केवल वही लोग प्राप्त कर सकते हैं, जिनका एजुकेशनल बैकग्राउंड बहुत मजबूत होता है। हालांकि तमाम ऐसे उदाहरण हैं, जिनसे यह साबित होता है कि यूपीएससी में जीरो से शुरुआत करके आप सफलता प्राप्त कर सकते हैं। आज आपको यूपीएससी परीक्षा 2018 में ऑल इंडिया रैंक 3 प्राप्त कर आईएएस अफसर बनने वाले जुनैद अहमद की कहानी बताएंगे, जो बेहद प्रेरणादायक है।
एएमयू से की 12वीं तक की पढ़ाई
जुनैद मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के नगीना कस्बे के रहने वाले हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई यहीं हुई और इसके बाद उन्होंने एएमयू में दाखिला ले लिया। 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। खास बात यह रही कि उनके ग्रेजुएशन तक कभी अच्छे नंबर नहीं आए। वह हमेशा एवरेज स्टूडेंट रहे, इसके बावजूद उन्होंने यूपीएससी का लक्ष्य रखा और उसे हासिल करके दिखाया।
ऐसा रहा यूपीएससी का सफर
ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए जामिया मिल्लिया इस्लामिया की रेजिडेंशियल कोचिंग ज्वाइन कर ली। यहां उन्होंने जीरो से शुरुआत की और गंभीर होकर यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। उन्हें यूपीएससी में लगातार तीन बार असफलता मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
चौथे प्रयास में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास कर ली, लेकिन उनकी रैंक 352 आई, जिसकी वजह से उनका चयन आईआरएस सेवा के लिए हुआ। हालांकि उनका सपना आईएएस अफसर बनने का था। ऐसे में उन्होंने एक और प्रयास किया और पांचवें प्रयास में ऑल इंडिया टॉपर बने।
अन्य कैंडिडेट्स को जुनैद की सलाह
जुनैद का मानना है कि यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको धैर्य रखकर तैयारी करनी होगी। यहां आप जीरो से शुरुआत कर सकते हैं। आपका पिछला एजुकेशनल बैकग्राउंड यूपीएससी में मायने नहीं रखता। उनका मानना है कि आज के दौर में इंटरनेट पर यूपीएससी की बहुत सामग्री मौजूद है, जिसमें से आप अपनी जरूरत के अनुसार चुन सकते हैं। अगर आप सही रणनीति के साथ लगातार मेहनत करेंगे तो आपको इस परीक्षा में सफलता जरूर मिलेगी।
Source – ABP NEWS