नई दिल्ली राजस्थान में नागौर जिले के परबतसर उपखंड के गांव में आज का कुंभकर्ण रहता है । पौराणिक कथाओं में वर्णित कुंभकरण की तरह यह शख्त साल में 300 दिन तक होता है। उसका खाने से लेकर नहाने सब कुछ नींद में ही होता है। सुनने में अजीब लगता है लेकिन यह हकीकत है । नागौर जिले के भादवा गांव का रहने वाला 42 साल के पुरखाराम के दुर्लभ बीमारी से ग्रसित होने के कारण ऐसा होता है।
पुरखाराम के बारे में जानकारी मिली तो मीडिया की एक टीम भादवा पहुंची पता चला कि पुरखाराम को एक्सेस हायपरसोमनिया नाम की बीमारी है घरवालों ने बताया कि एक बार सोने के बाद यह 25 दिन तक नहीं जागता है। उन्होंने बताया कि इसकी शुरुआत 23 साल पहले हुई थी। शुरुआती दौर में 5 से 7 दिनों के लिए सोते थे। लेकिन उठाने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ती थी । इसे परेशान घरवाले डॉक्टर के पास ले गए और इलाज भी करवाया लेकिन बीमारी पकड़ में नहीं आई।
ऐसे गिनता है कितने दिन तक सोया
पुरखाराम ने आगे बताया कि 2015 से उनको यह बीमारी ज्यादा हो गई है करीब 18 घंटे नींद आती है कभी तो ऐसा होता है कि 20 से 25 दिनों तक सोते ही रहते हैं पुरखाराम ने बताया कि उनके किराने की दुकान है और न्यूज़पेपर दुकान पर आता है। जब 20 से 25 दिन बाद दुकान खोलता है तो पेपर के बंडल जमा हो जाते हैं ।फिर वह पेपर गिनने के बाद पता चलता है कि वह कितने दिन तक सोया पुरखाराम का कहना है कि यदि 25 पेपर इकट्ठा हो जाते हैं तो उसे पता लगता है कि मुझे 25 दिन तक नींद आ गई।