नई दिल्ली: नई दिल्ली में सीपीए यानि कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन की बड़ी बैठक हुई. इस मीटिंग में सभी राज्यों के विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पहुंचे. इस मीटिंग में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ भी शामिल हुए. सीपीए की मीटिंग में सतत और समावेशी विकास के मुद्दे पर चर्चा हुई. इसके अलावा जलवायु परिवर्तन के घातक परिणाम पर भी यहां पहुंचे अतिथियों ने चर्चा की है.
सतत और समावेशी विकास पर गहन मंथन: छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष रमन सिंह ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला इसमें शामिल हुए. यह सीपीए का दसवीं बैठक थी. समावेशी विकास पर चर्चा हुई. राज्य सरकार की योजनाओं और उसको ऐसे लागू करना चाहिए की समाज के सभी वर्गों को इसका फायदा मिले. रोजगार, खेती किसानी से लोगों को कैसे फायदा पहुंचे इस पर भी चर्चा हुई.
सीपीए की मीटिंग में और क्या चर्चा हुई: सीपीए की मीटिंग में सतत और समावेशी विकास के साथ साथ प्रकृति की रक्षा कैसे कर सकते हैं. जलवायु परिवर्तन को कैसे रोक सकते हैं. इस पर सीपीए में चर्चा हुई. इसमें छत्तीसगढ़ के नियमों को लेकर भी चर्चा हुई. जैसे नियम हमने छत्तीसगढ़ विधानसभा में जो नियम बनाए हैं. उस पर भी चर्चा हुई. हमने विधानसभा में यह नियम बनाया है कि जो छत्तीसगढ़ के सदन के वेल में जाएगा वह निलंबित हो जाएगा. इसके बाद नक्सल क्षेत्रों के विकास को लेकर भी चर्चा सदन में होती है.
“इस बैठक में सभी राज्यों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष शामिल हुए. इस बैठक का मुख्य एजेंडा ‘सतत और समावेशी विकास’ था. इसका मतलब है कि राज्य सरकार की योजनाएं समाज के हर व्यक्ति तक पहुंचनी चाहिए.आज एक चीज जिस पर सबसे ज्यादा चर्चा हुई, वह है बिजली उत्पादन और विकास के साथ प्रकृति की रक्षा”: रमन सिंह, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ विधानसभा
सीपीए की अगली मीटिंग ऑस्ट्रेलिया में होगी. इसकी जानकारी रमन सिंह ने दी है. उन्होंने बताया कि इस बार सीपीए की बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई.
news source: ANI