अम्बिकापुर : हर जिले में कन्या महाविद्यालय और कन्या छात्रावास खोलने का है लक्ष्य . मुख्यमंत्री : समूह की महिलाओं ने सुनी लोकवाणी…

अम्बिकापुर 14 मार्च 2021-मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लकोवाणी की 16 वी कड़ी का श्रवण अम्बिकापुर विकासखण्ड के  आदर्श गोठान केशवपुर तथा ग्राम पंचायत सरगंवा के समूह की महिलाओं ने किया। इसके साथ ही जिले के सभी  विकासखण्ड तथा ग्रामपंचायतों में भी लोकवाणी को सुना गया । आकाशवाणी, एफएम रेडियो सहित क्षेत्रीय टीवी चैनलों के माध्यम से प्रसारित लोकवाणी की 16 वी  कड़ी में  मुख्यमंत्री ने मातृ शक्ति को संबोधित किया।

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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने  कहा कि  प्रदेश में महिला शिक्षा एवं सुविधा को बढ़ावा देने के लिए हर जिले में एक कन्या महाविद्यालय और कन्या छात्रावास खोलने का लक्ष्य रखा गया है।इसके लिए  अपने तीनो बजटों में प्रावधान रखा गया  है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, स्वच्छता दीदीयों के मानदेय में वृद्धि की गई है। घरेलू हिंसा से संरक्षण के लिए प्रत्येक जिले में नवा बिहान योजना के तहत संरक्षण अधिकारी की नियुक्त की गई है। कन्या छात्रावास तथा आश्रमो में महिला होमगार्ड के 2 हजार 200 नए पदों का सृजन किया गया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओ की साक्षरता दर कम रही है। राष्ट्रीय स्तर पर  साक्षारता अभियान नही चलाये जाने के कारण राज्य को होने वाले नुकसान की भरपाई नई पढई -लिखई  योजना से की जाएगी जिसका लाभ महिलाओ को होगा। महिला पुलिस तथा स्वयं सेविका योजना के तहत महिला अधिकारों के संरक्षण के लिए दो जिलो में साढ़े 4 हजार से अधिक स्वयं सेविका काम कर रही है। यह प्रयोग सफल होने पर अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा। कामकाजी महिलाओं के लिए विभिन्न जिलों में छात्रावास का निर्माण किया जा रहा है। महिला संबंधी अपराधों की रोकथाम के लिए 370 स्थानों पर महिला हेल्प डेस्क संचालित है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनांतर्गत सहायता राशि 15 हजार से बढ़ाकर  25 हजार तथा दिव्यांगो को 50 हजार से एक लाख रुपये कर दी गई है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी योजनाओ में माताओं बहनों की भागीदारी से सफलता मिल रही है। महिलाओ एवं बच्चो में कुपोषण तथा एनीमिया को दूर करने के लिये मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान शुरू किया गया है। इसके साथ ही जिन स्थानों पर महिलाओं का पहुंच आसान है वहां तक स्वास्थ्य सुविधएं पहुंचाने योजना शुरू की है। प्रदेश के 37ण्5 प्रतिशत बच्चे कुपोषण तथा 47 प्रतिशत महिलाएं एनीमिया के शिकार है।  उन्होंने कहा कि सही पोषण से  कुपोषण के अभिशाप से मुक्ति पाया जा सकता है। इसके लिये स्थानीय  आधार पर पोषक तत्त्वों से भरपूर खुराक को प्राथमिकता दी जा रही है। माताएं अपने बच्चों के साथ स्वयं भी पोषक तत्व और दवाई नियमित लेते रहें।


मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना की लड़ाई में भी नारी शक्ति का महत्त्वपूर्ण भूमिका है।अपने परिवार को संभालने, घर-गृहस्थी के साथ आजीविका संभालने की जिम्मेदारी बखूबी निभाई है।कोरोना काल मे लोगो को  ट्रैन और बस सुविधाएं  देने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है। कोरोना का टीका लगाने और लगवाने में सभी सहयोग करें। टीका लगाने के बाद भी सुरक्षित दूरी, मास्क लगाना और हाथों को बार बार धोना न भूलें। कोरोना अभी खत्म नही हुआ है सावधानी और सतर्कता बरतते रहे।