कवर्धा : एक दूल्हा और चार बाराती, पांच लोगों में हो गई पूरी शादी….


एक शादी में दूल्हे के साथ सिर्फ दो बाराती तो दूसरी शादी में चार बाराती
कवर्धा – स. लोहारा, सोलह संस्कारों में से एक है विवाह, संस्कार जो हर किसी का सपना होता है की धूमधाम से उसकी भी शादी हो लेकिन कोरोना के भय ने शादी को सीमित कर दिया है। एक दूल्हा और 4 बाराती पांच लोगों में हो गई पूरी शादी।

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कोरोना काल में शादियां तो शासन के परमिशन के बाद सीमित संख्या की शर्त पर हो रही है ।लेकिन कुछ जगहों पर लोग अपनी स्वेच्छा से विवाह जैसे रस्मों की अदायगी सीमित से भी सीमित होकर कर रहे हैं। उदाहरण के तौर पर एक बाराती ग्राम बांधा टोला से कटंगी गई थी जिसमें दूल्हे के साथ सिर्फ दो ही व्यक्ति गए थे। और विवाह संपन्न करवा कर दुल्हनिया साथ ले आए। वैसे ही दूसरी जगह ग्राम दारगांव से दूल्हे के साथ मात्र 4 लोग ही बाराती बनकर ग्राम टाटी कसा गए थे और विवाह संपन्न हो गया।


सहसपुर लोहारा विकासखंड के ग्राम टाटीकसा में ऐसा अनोखा वाकया हुआ के कांता साहू के यहां बेटी की शादी की खबर इक्का-दुक्का परिवार को छोड़कर गांव वालों को भी नहीं थी ।लेकिन एक दूल्हे के साथ चार बराती के पहुंचने की चर्चा जैसे ही गांव वालों को हुई गांव वाले भी एक-एक कर आते घर और बेटी की शादी में टिकावन की रस्म अदायगी कर अपने-अपने घर जाते गए ।गांव में हुए इस अनोखी शादी में लोगों को कोरोना वायरस के बीच सकारात्मक संदेश दिया है कि शादी ऐसे भी हो सकती है बिना तामझाम के भी दुल्हनिया लाई जा सकती है ।

कोरोना वायरस के खतरे के बीच एक बार फिर जहां देशभर में भय का माहौल बन रहा है वही सहसपुर लोहारा विकासखंड के ग्राम टाटीकसा असामयिक शादी ऐसे हुई जिसमें लोगों को कोरोनावायरस के बीच सकारात्मक संदेश दिया कोरोना काल में यह विवाह मिसाल बन गया है।


जहां शादी करने पर बैंड बाजा बारात के साथ लोग पहुंचते थे वहां कोरोनावायरस लोगों की उपस्थिति में शादी का रस्म कैसे निभा सकते हैं यह बता दिया है पिछले वर्ष भी ऐसे कई शादी देखने को मिली थी और इस वर्ष भी शादी का सीजन आते ही कोरोनावायरस कोराम मचाना शुरू कर दिया ।कोरोना वायरस के शिकंजे के चलते एक बार फिर सादगी पूर्वक विवाह कराया जा रहा है।