स्वस्थ पाए गए श्रमिकों, व्यक्तियों को एन्ट्री प्वाइंट से उनके गतव्य जिले तक पहुंचाने की व्यवस्था यात्री वाहनों के माध्यम होगा
कबीरधाम जिले के गांव से दूर उपर्युक्त भवन यथा-स्कूल भवन, सामुदायिक भवन, आश्रम-छात्रावास इत्यादि में बनेंगे क्वारंटाइन सेंटर
कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम और नियंत्रण के लिए जारी लाॅकडाउन के दौरान देश के अलग-अलग राज्यों से फसे श्रमिकों और नागरिकों की छत्तीसगढ़ उनके सकुशल घर वापसी से पहले श्रमिकों और जिले को इस संक्रामक बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए वर्क प्लान तैयार किया जा रहा है। भारत सरकार के गाईड लाईन के आधार पर और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार घर वापसी करने वाले श्रमिकों व नागरिकों के उनके घर वापसी सेे पहले प्रदेश की सीमा पर ही स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। घर वापसी करने करने वाले 9कबीरधाम जिले के श्रमिकों को चिकित्सा और प्रशासनिक अमलो की कड़ी निगरानी में क्वारेटाईन सेंन्टर में 14 दिनों तक रखा जाएगा। इसी तरह परीक्षण में स्वस्थ्य पाए गए श्रमिकों व नागरिकों को जो कबीरधाम जिले के नहीं है उन्हे उनके एन्ट्री प्वाइंट से उनके गतव्य जिले के मुहाने तक पहुंचाने की व्यवस्था भी बनाई जाएगी।
कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने श्रमिकों को सुरक्षित करने के साथ वर्क प्लान तैयार करते हुए जिले के 461 ग्राम पंचायत स्तर पर गांव से दूर उपर्युक्त भवन यथा-स्कूल भवन, सामुदायिक भवन, आश्रम-छात्रावास इत्यादि में क्वारंटाइन करने की कार्य योजना तैयार करना किया जा रहा है। ग्राम पंचायत स्तर पर श्रमिकों की की संख्या के आधार पर तैयार की जा रही है। कलेक्टर श्री शरण ने दूसरे प्रांतो में फसे जिले के श्रमिकों की सकुशल घर वापसी के लिए जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को अलग-अलग दायित्व भी दिए है।
राज्य में कोविड 19 के रोकथाम तथा नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए समुदाय स्तर पर निगरानी कर मरीज की त्वरित पहचान और उपचार किया जाना आवश्यक है। इसी परिप्रेक्ष्य में आगामी कुछ दिनों में छत्तीसगढ़ से अन्य राज्यों में रोजगार की तलाश में गए व्यक्तियों, श्रमिक के वापस अपने निवास के जिले में आने की संभावना है। जिले में छत्तीसढ़ राज्य वापस आने वाले व्यक्तियों, श्रमिकों के संबंध अधिकारियों को दायित्व सौंपा गया है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री विजय दयाराम के को छत्तीसगढ़ वापस आने वाले व्यक्तियों, श्रमिकों के संबंध में ग्रामीण क्षेत्र आवश्यक कार्य योजना तैयार करना और क्रियान्वयन करने और अतिरिक्त कलेक्टर श्री जेके धु्रव को संबंधित प्रदेश के जिला दण्डाधिकारी से चर्चा कर समन्वय करना कि कितनी संख्या में श्रमिक, व्यक्ति किस प्रदेश के किस जिले से कब आ रहे है या आने की संभावना है। इसकी जानकारी पूर्व से प्राप्त करना। अन्य राज्यों से प्राप्त डाटा, जानकारी को तत्काल राज्य नोडल अधिकारी से साझा किया जाना, अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों, व्यक्यिं की संख्या को उस राज्य के नोडल अधिकारी से समन्वय कर नियंत्रित करने की सबसे महत्वपूर्ण दायित्व सौपा गया है।
कलेक्टर ने जिले के वरिष्ठ अफसरों को दिए अलग-अलग दायित्व
इसी तरह जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कवर्धा, बोड़ला और पंडरिया, मुख्य कार्यपालन अधिकारी कवर्धा, सहसपुर लोहारा बोड़ला और पंडरिया, सभी नगर पंचायत, नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी को संकलित आकलन के आधार पर वापस आने वाले श्रमिकों और परिवार के सदस्यों को क्वारंटाइन में रखने के लिए अनुविभाग स्तर पर आवश्यक तैयारियां यथा-ग्राम पंचायत स्तर पर गांव से दूर उपर्युक्त भवन यथा-स्कूल भवन, सामुदायिक भवन, आश्रम-छात्रावास इत्यादि में क्वारंटाइन करने की कार्य योजना तैयार करना, कार्य योजना मजदूरों की संख्या के आधार पर ग्राम पंचायत स्तर पर तैयार की जायेगी। अन्य प्रदेशों से वापस आये समस्त श्रमिकों, व्यक्तियों का संपूर्ण ऑनलाईन डाटाबेस संलग्न नमूना प्रारूप अनुसार करना, ग्रामीण क्षेत्र में व्यवस्था की भांति शहरी क्षेत्रों व्यवस्था की जाएं। क्वारंटाइन सेंटर में रहने, भोजन और अन्य आवश्यक समुचित व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है।
डिप्टी कलेक्टर श्री अरूण कुमार सोनकर एवं श्रमपदाधिकारी श्री शोएब काजी को घर वापसी के इच्छुक श्रमिकों का पूर्ण आंकलन, प्रवासी श्रमिकों की संख्या, परिवार के सदस्यांे की संख्या, प्रदेश में जहां से वे आना चाहते है और संबंधित जिला इत्यादि की प्रदेशवार और जिलेवार आंकड़ों का संकलन करने की जिम्मेदारी दी गई है।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पालिका परिषद कवर्धा को छत्तीसगढ़ वापस आने वाले व्यक्तियों, श्रमिकों के संबंध में शहरी क्षेत्र के लिए आवश्यक कार्य योजना तैयार करने एवं क्रियान्वयन कराने का दायित्व दिया गया हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एसके तिवारी को कबीरधाम को प्रवासी श्रमिकों का प्रदेश की सीमा पर ही स्वास्थ्य परीक्षण किया जाना तथा श्रमिकों की अधिकता की स्थिति में सीमावर्ती जिलो के अतिरिक्त अन्य नजदीकी जिले व अन्य निर्धारित स्थान में स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पूर्व से ही स्थान और व्यवस्था का निर्धारण करने और निर्धारित गाईड लाइन अनुसार जिला स्तर पर स्वास्थ्य परीक्षण, क्वारंटाइन, होम क्वारंटाइन संबंधी कार्य संपादित करने की जिम्मेदारी सौपी गई है। जिला परिवहन अधिकारी को स्वस्थ पाए गए श्रमिकों, व्यक्तियों को एन्ट्री प्वाइंट से उनके गतव्य जिले तक पहुंचाने की व्यवस्था यात्री वाहनों के माध्यम से किए जाने का दायित्व सौंपा गया है।