नारायणपुर: 5 नक्सलियों ने नारायणपुर पुलिस के समक्ष किया आत्मसमर्पण…

नारायणपुर, 4 जून 2021। नक्सली संगठन की खोखली विचारधारा को छोडक़र समाज की मुख्यधारा में शामिल होने 5 नक्सलियों ने आज नारायणपुर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया।

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पुलिस द्वारा चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के कारण नक्सलियों पर बढ़ते दबाव एवं शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर माओवादी संगठन को छोडक़र समाज के मुख्यधारा में सम्मिलित होने 5 नक्सली सदस्यों ने नारायणपुर पुलिस के समक्ष शुक्रवार को बिना हथियार आत्म समर्पण किये हैं। 


आत्मसमर्पित करने वाले नक्सलियों की सक्रियता एवं कार्यक्षेत्र- पायको मण्डावी (22) पायवेर थाना ओरछा जिला नारायणपुर (कुतुल पंचायत मिलिशिया सदस्य)- नक्सली कमाण्डर सुखलाल (एसीएम) एवं कुतुल पंचायत जनताना सरकार अध्यक्ष डूही ने वर्ष 2018-2019 में कुतुल पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में शामिल होकर सक्रिय कार्य कर रहा था।  

गुड्डी ध्रुवा (20) धुरबेड़ा थाना ओरछा जिला नारायणपुर (धुरबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य)- नक्सली कमाण्डर सुखलाल (एसीएम) एवं कुतुल पंचायत जनताना सरकार अध्यक्ष डूही ने वर्ष 2016-2017 में धुरबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप मे शामिल होकर सक्रिय कार्य कर रहा था। 

भीमा कोवाची (40) डेंगलपुट्टी पारा गोमागाल थाना ओरछा जिला नारायणपुर (गोमागाल पंचायत मिलिशिया सदस्य)- माड़ डिवीजन के नेलनार एरिया कमेटी कमेटी अंतर्गत नक्सली कमाण्डर बुदरू, सोमडू एवं अरब ने वर्ष 2017-2018 में गोमागाल पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में सक्रिय कार्य कर रहा था। 

बुधू चेरका (48) उसेली थाना ओरछा जिला नारायणपुर (आलबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य)- माड़ डिवीजन के नेलनार एरिया कमेटी कमेटी अंतर्गत नक्सली कमाण्डर बुदरू, सोमडू एवं अरब ने वर्ष 2017-2018 में  नक्सल आलबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में सक्रिय कार्य कर रहा था।  

सोनू उसेण्डी (35) तोके कोंदोड़पारा थाना कोहकामेटा (तोके पंचायत मिलिशिया सदस्य)- नक्सली कमाण्डर सुखलाल एवं रीना ने वर्ष 2017-2018 में तोके पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में सक्रिय कार्य कर रहा था। 

उक्त आत्मसर्पित नक्सली संगठन में कार्य करने के दौरान नक्सलियों के लिए भोजन की व्यवस्था करना, गांव में अंजान व्यक्तियों के आने पर उनसे पूछताछ व उनकी निगरानी करना, नक्सली साहित्य एवं पोस्टर पाम्पलेट चिपकाना, ग्रामीणों को नक्सली मीटिंग में उपस्थित होने की सूचना देना, बाजारों से दैनिक उपयोग की सामग्री खरीद कर नक्सलियों तक पहुंचाना, नक्सलियों के गांव में आने पर उनको सुरक्षा देना, क्षेत्र में पुलिस आने की सूचना देना, पुलिस पार्टी की रेकी करना, नक्सलियो के अस्थायी कैम्प मे संतरी डियूटी करना, गांव के चारो ओर दिन के समय पेट्रोलिंग करने जैसे कार्य कर संगठन में सक्रिय कार्य कर रहे थे। नक्सलियों की गलत नीतियों से असंतुष्ट होकर समाज की मुख्यधारा में जुडक़र सामान्य जीवन यापन करने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किये हैं।

Source – dailychhattisgarh.com