राजनांदगांव : गणित विषय के व्याख्याताओं की एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न…


राजनांदगांव 22 अप्रैल 2025। जिले के सभी गणित विषय के व्याख्याताओं का एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन नवोदय विद्यालय डोंगरगढ़ के सभाकक्ष में किया गया। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल उपस्थित थे। जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल ने कहा कि कक्षा 10वीं के परिणाम आने के बाद बच्चों और उनके अभिभावकों की काउंसलिंग करने कहा,

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जिससे ज्यादा से ज्यादा गणित विषय का चयन करें और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का प्रतिशत बढ़े। उन्होंने शासन द्वारा प्राप्त दिशा-निर्देशों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में गणित विषय की आवश्यकता होती है। एनडीए की तैयारी एवं कैरियर गाईडेंस सहित सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की जानकारी विद्यार्थियों को देने कहा। उन्होंने गणित विषय के संबंध में विद्यार्थियों को सकारात्मक बातें बताने कहा।


सहायक संचालक श्री आदित्य खरे ने कार्यशाला की उपयोगिता और उद्देश्यों के संबंध में जानकारी दी। कार्यशाला को प्राचार्य बीटीआई डोंगरगांव श्री मुकुल साव ने विस्तार से चर्चा करते हुए जानकारी दी। वर्तमान में शिक्षक पालक और विद्यार्थी की क्या उदासीनता है जिसकी वजह से गणित विषय को लेकर कैरियर ऑप्शन्स में काफी गिरावट है और इन सभी मुद्दों को किस तरीके से बेहतर किया जा सकता है। उस पर विस्तार से चर्चा सभी व्याख्याता से की। उन्होंने अपील की बुनियाद मजबूत करने के लिए अपने आश्रित माध्यमिक शालाओं के कक्षा आठवीं  के बच्चों में गणित विषय के संबंध में सकारात्मक चर्चा और काउंसलिंग करने कहा।

विद्यार्थियों के पालकों को गणित विषय की महत्ता एवं उपयोगिता के संबंध में विस्तार से जानकारी देने कहा। जिले में पर्याप्त संख्या में गणित के विषय शिक्षक है। विद्यार्थियों में गणित विषय के संबंध में रूचि बढ़ाने कहा। अधिक से अधिक विद्यार्थी इस सत्र से गणित विषय में प्रवेश लें। सभी संस्थाओं में पंजीयन हो गणित विषय को लेकर, उनकी रूचि बढे और गणित विषय को आगे की पढ़ाई के रूप में शामिल करें। एपीसी समग्र शिक्षा श्री मनोज मरकाम ने बताया कि गत सत्र में कक्षा 12वीं में गणित में 591 बच्चों ने परीक्षा दिया। इस सत्र में कक्षा 11वीं में 545 बच्चे ही दर्ज हैं जो की बहुत चिंताजनक स्थिति है, इसका समाधान निकालने कहा।

 प्रतियोगी परीक्षाओं में गणित के अनिवार्यता के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गणित विषय नहीं होने के कारण जिले में अग्नि वीर, नौसेना और वायु सेना जैसे  परीक्षाओं में भी बच्चे शामिल नहीं हो पाते हैं। क्योंकि इसके लिए गणित विषय की अनिवार्यता होने के कारण बच्चे ऐसे परीक्षाओं से वंचित हो जाते हैं। इसी प्रकार से बहुत से प्रतियोगी एवं प्रवेश परीक्षाओं में बच्चे सफल नहीं हो पाते हैं। कार्यशाला में जिले के सभी गणित विषय के व्याख्याता उपस्थित थे।