राजनांदगांव: जिले में कोरोना के मामले में इज़ाफा! जागरूक नहीं लोग, लापरवाही भयावह स्थिति को दे सकती है जन्म?

राजनंदगांव- शहर सहित जिले में एक बार फिर कोरोनावायरस ने अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है, जिले में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और कोरोना से होने वाली मौत की संख्या में भी ईजाफा हो रहा है इसके बावजूद लोगों की लापरवाही भयावह स्थिति को जन्म दे सकती है।

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डब्ल्यूएचओ सहित स्थानीय शासन- प्रशासन ने एक बार फिर ठंड के समय कोरोना के मामले बढ़ने को लेकर आगाह किया था, जिसको लेकर लोगों को बार-बार कोविड-19 के नियमों का पालन करने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और मास्क लगाने की हिदायत भी दी गई, लेकिन हाल ही में संपन्न हुए दीपावली पर्व पर कोरोना के नियम दरकिनार दिखाई दिए, बाजार में जमकर भीड़ उमड़ी, वहीं अधिकांश दुकानदारों और ग्राहकों ने भी मास्क नहीं लगाया, जिसका नतीजा यह रहा कि अब शहर में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं।

मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी ने पूर्व में ही कोरोना के मामले बढ़ने की आशंका जताई थी, ऐसे में शहर सहित जिले में बढ़ते मामले को लेकर मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ मिथिलेश चौधरी का कहना है कि कोरोना के नियमों का पालन करने बार-बार लोगों को समझाइश दी गई थी। दीपावली त्यौहार बाजार में भीड़ ज्यादा थी जिससे अनुमान लगाया जा रहा था कि कोरोना का मामला बढ़ेगा। सीएमएचओ ने कहा है कि करो ना के लक्षण महसूस होने पर तत्काल जांच कराएं, वही सर्दी-खांसी स्वाद नहीं आना महसूस होने पर बिना देरी किए कोरोनावायरस की जांच कराई जानी चाहिए।

मार्च माह के बाद लॉक डाउन का सिलसिला चलता रहा और लोगों में कोरोना का भय दिखाई दिया, लोग जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकल रहे थे लेकिन जब कोरोना के मामले कम होते चले गए और लॉकडाउन से छूट मिल गई तब लोग कोरोना के प्रति लापरवाही होते गए, जिसका नतीजा यह रहा कि अधिकांश लोगों ने मास्क लगाना ही छोड़ दिया। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग जैसी चीजें दरकिनार कर दी गई। बाजारों में ना दुकानदारों ने कोविड-19 के पूरे नियम का पालन किया और ना ही ग्राहकों ने, ऐसे में कोरोना संक्रमण का फिर से उसी स्तर पर फैलना भी लाजमी था, लोगों को कोरोनावायरस का भय नहीं बल्कि सतर्कता बरतने की जरूरत के लिए लगातार जागरूक भी किया गया। बीते कुछ सप्ताह पहले की बात करें तो जिले में कोरोना के मरीज मिलने के आंकड़े दो संख्या में ही आ रहे थे, अब यह फिर से बढ़कर तीन संख्या में आने लगे हैं। वहीं सबसे अधिक चिंता का विषय अब कोरोना से होने वाली मौत के बढ़ते आंकड़े हैं, जिससे लोगों को सतर्क होने की जरूरत है। कई शासकीय दफ्तर, कार्यालय, अस्पतालों में भी कोविड-19 के नियमों का पालन दिखाई नहीं देता है।

जिले के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ही कोरोना के लेकर सतर्कता दिखाई नहीं दे रही है, यहां बड़ी संख्या में लोग पर्ची बनाने जुझ रहे हैं, तो वही अस्पताल में भी मरीज के परिजन बिना मास्क लगाये नजर आते हैं, जिस पर अस्पताल प्रबंधन मुकदर्शक बना दिखाई देता है। कोरोना को लेकर कोरोना के मरीज और उनके घरवाले भी लगातार लापरवाही कर रहे हैं, शहर के कुछ क्षेत्रों में कोरोनावायरस के मरीज क्वॉरेंटाइन के नियमों का उल्लंघन कर बाजार में घूम रहे हैं, तो वहीं कोरोना मरीज के घर वाले भी कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं और लोगों से मेलजोल भी रख रहे हैं। ऐसे में कोरोना के फैलने की पूरी संभावना बनी हुई है।

कोरोना पॉजिटिव आने वाले मरीज के घर के बाहर होम आइसोलेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक पर्ची भी चस्पा किए जाने दिया जाता है लेकिन अधिकांश मरीज इस पर्ची को चस्पा नहीं कर रहे हैं, जिनके खिलाफ अब स्वास्थ्य विभाग कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी भी कर रहा है। बीते गुरुवार को राजनंदगांव जिले में 195 कोरोना मरीजों की पहचान होने के साथ ही जिलेभर में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 14239 पहुंच गई है, वहीं कोरोना से 118 लोगों की मौत हो चुकी है। 12637 कोरोना मरीज ठीक भी हुए हैं। वही वर्तमान में 1484 एक्टिव कोरोना मरीज हैं। यही कारण है कि कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लोगों को जागरूक करने स्वयं सड़कों पर निकल रहे हैं। कोरोना की भयवाह स्थिति को रोकने के लिए लोगों को कोविड-19 के नियमों का कड़ाई से पालन करने की जरूरत है।