
स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के लिये निगम की तैयारी
वार्ड प्रभारी व सफाई दरोगा तथा सेन्टर प्रभारियो को वार्डो में सफाई व्यवस्था दुरूस्त करने, घर से ही कचरा अलग अलग लेकर निपटान करने कहा
राजनांदगांव 20 फरवरी। स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार लाने एवं कचरा पृथककरण के लिये जन जागरूकता लाने आयुक्त श्री अतुल विश्वकर्मा ने उप अभियंताओं एवं स्वास्थ्य विभाग के वार्ड प्रभारी व सफाई दरोगा तथा एसएलआरएम सेन्टर प्रभारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने आगामी स्वच्छता सर्वेक्षण को ध्यान में रखते हुये कार्य करने के निर्र्देश दिये।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य शहरो में मिशन त्वरण के लिये सक्षमकर्ता के रूप मंे कार्य करना, स्वच्छता और अपशिष्ठ प्रबंधन पर अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने लिये शहरों के बीच स्वच्छ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना, बडे पैमाने पर नागरिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना और स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करना तथा अपने नागरिकांे को बेहतर स्वच्छता सेवा प्रदान करना है।
इस उद्देश्य की पूर्ति के लिये सभी को गभीरता से कार्य कराना है।
आयुक्त श्री विश्वकर्मा ने कहा कि हमारा स्वास्थ्य अमला प्रतिदिन सजकता से कार्य कर रहा है फिर भी स्वास्थ्य सेवाओ में सुधार की आवश्यकता होती है। इस लिये आप सभी मन लगाकर निधारित समय तक सफाई करना सुनिश्चित करे, नागरिको की शिकायतो का त्वरित निराकरण करे।
उन्होंने कहा कि सभी स्वच्छता निरीक्षक अपने अपने क्षेत्र में प्रतिदिन मानिटरिंग करे। वार्ड प्रभारी व सफाई दरोगा सडको गलियो के अलावा चौक चौराहो की नियमित सफाई कराकर कचरा उठाये। प्रतिदिन हाजरी रजिस्टर की जॉच करें, लंबे समय से अनुपस्थित सफाई कर्मियों के विरूद्ध कार्यवाही करे। नाली की सफाई कर कचरा उठावे, मुक्कड की संख्या कम करे, प्रतिदिन प्लानिंग कर कार्य करावे। उन्होंने कहा कि नागरिकों को भी स्वच्छता से जोडे, मुक्कड या नाली में कचरा डालने पर समझाईस देवे व कार्यवाही करे।
आयुक्त ने एसएलआरएम सेन्टर प्रभारियो से कहा कि स्वच्छता दीदीया प्रतिदिन डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण कर एस.एल.आर.एम. सेन्टर में कचरा पृथककरण करती है। कुछ लोगांे के द्वारा गीला एवं सुखा कचरा अलग अलग न देकर एक साथ देते है, जिससे कचरा पृथककरण में असुविधा होती है। उन्होंने कहा कि कचरा पृथककरण एवं स्वच्छता के लिए जनजागरूकता अभियान चलाना है और अभियान से नागरिकों को स्वच्छता से जोडना है।
इस अभियान का मूल उद्देश्य स्त्रोत पर कचरे का पृथककरण करना है। इसका मतलब घर में ही कचरे को गिला कचरा एवं सुखा कचरा पृथककरण किया जाए। इसके लिये लोगों को जानकारी देवे। उन्हांेने कहा कि रूट चार्ट बनाकर कचरा संग्रहण करे, कचरा गाडियों में स्वच्छता का संदेश बजावे, गाडियों की मरम्मत करावे तथा सेन्टर को साफ सुथरा व व्यवस्थित रखे, डिसप्ले बोर्ड लगावे जिसमें सेन्टर की गतिविधियों का उल्लेख हो।
उप अभियंताओं से आयुक्त श्री विश्वकर्मा ने कहा कि अपने अपने वार्ड में निर्माण कार्य के अलावा स्वच्छता संबंधी कार्यो की मानिटरिंग करेगे। सार्वजनिक व सामुदायिक शौचालयों में आवश्यक सुविधा के लिये मरम्मत करावे, मुक्कड पाईंट में सीमेटिंकरण व बाउण्ड्री की मरम्मत करावे।
उन्होंने कहा कि वार्ड की भौगोलिक स्थिति के आधार पर सडकों व गलियों की संख्या, नाली नाला की लंबाई आदि की जानकारी देगे, जिसके आधार पर सफाई कर्मी लगाकर साफ सफाई कराया जा सके। उन्होंने कहा कि सबको निर्धारित समय तक इमानदारी से कार्य करना है, नागरिकों की भी भागीदारी सुनिश्चित कराना है, तभी स्वच्छता सर्वेक्षण में उच्च स्थान प्राप्त कर सकते है।
कार्यपालन अभियंता श्री दीपक खाण्डे ने स्वच्छता सर्वेक्षण के बिन्दुओं व मापदण्ड के बारे मे विस्तार से जानकारी दिये। उन्होंने इसी आधार पर कार्य करने तथा किसी भी प्रकार की परेशानी व समस्या से उच्च अधिकारियों को अवगत कराने कहा। बैठक में स्वास्थ्य अधिकारी श्री राजेश मिश्रा सहित उप अभियंता, स्वच्छता निरीक्षण, पीआईयू, वार्ड प्रभारी, सफाई दरोगा व एसएलआरएम सेन्टर प्रभारी उपस्थित थे।