राजनांदगांव 29 मार्च 2022। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने आज विधानसभा खैरागढ़ क्षेत्र क्रमांक 73 उप निर्वाचन के अंतर्गत आज महंत सर्वेश्वर दास नगर पालिक निगम हायर सेकेण्डरी स्कूल राजनांदगांव प्रशिक्षण केन्द्र पहुंचकर मतदान दलों को दिए जा रहे प्रथम चरण के प्रशिक्षण में व्यवस्था संबंधी जानकारी ली। उन्होंने मतदान दलों से कहा कि निर्वाचन कार्य बहुत ही संवेदनशील और जिम्मेदारीपूर्ण होता है। उन्होंने मतदान दलों को प्रशिक्षण कार्यक्रम को गंभीरता से लेते हुए बताए गए सभी बारीकीयों को भलीभांती समझने कहा।
प्रशिक्षण के दौरान मतदान दलों के प्रथम चरण के प्रशिक्षण में उन्हें मतदान प्रक्रिया से जुड़ी सभी बारीकियों की जानकारी दी गई। इस दौरान मतदान दलों को आवश्यक सावधानी और सतर्कता बरतने संबंधी भी जानकारी दी गई। मतदान दलों को ईव्हीएम मशीन का संचालन, बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट मशीन से जुड़ी सभी प्रक्रियाओं से अवगत कराया गया। प्रशिक्षण सत्र में मतदान दलों द्वारा पूछे गए समस्या और जिज्ञासा संबंधी प्रश्नों का मास्टर ट्रेनर्स द्वारा समाधान किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पीठासीन अधिकारी व मतदान दल क्रमांक 1 उपस्थित रह
प्रशिक्षण कार्यक्रम 10 कक्षों में प्रोजेक्टर के माध्यम से विषयवार दिया गया। इनमें 375 पीठासीन अधिकारी एवं मतदान दल को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण केन्द्र पर मेडिकल टीम के द्वारा कोविड टीकाकरण एवं स्वास्थ्य जांच भी किया गया। सेवा नियोजित मतदाताओं को ईटीपीवीएस के माध्यम से मतपत्र एवं पिन नंबर जारी किया गया। निर्वाचन कार्य में नियुक्त 89 अधिकारियों को डाकमत पत्र जारी किया गया है।
वे मतगणना के पूर्व तक डाकमत पत्र के माध्यम से अपना मतदान कर सकेंगे। इस दौरान मॉकपोल के संबंध में भी विशेष प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में बताया गया कि वास्तविक मतदान के पूर्व राजनीतिक दलों के अभिकर्ताओं की उपस्थिति में मॉकपोल किया जाना है। मॉकपोल में जितने अभ्यर्थी हैं उसके साथ ही नोटा को शामिल करते हुए 50 मतदान किया जाना है। मॉकपोल में डाले गए वोटो की गिनती व परीक्षण उपरांत निर्धारित समय में वास्तविक मतदान की प्रक्रिया सुचारू रूप से संपादन किया जाना है।
ईव्हीएम कमिशनिंग के संबंध में प्रशिक्षण –
पद्मश्री गोंविद राम निर्मलकर ऑडिटोरियम में आज ईव्हीएम की कमिशनिंग हेतु नियुक्त अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। उनके द्वारा 1 या 2 अप्रैल को कमिशनिंग का कार्य किया जाएगा। इस संबंध में नियुक्त अधिकारियों को कमिशनिंग से संबंधित सभी आवश्यक बिन्दुओं के साथ सावधानी बरतने संबंधी प्रशिक्षण दिया गया।