राजनांदगांव: योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर ध्यान दें अधिकारी- कलेक्टर…

राजनांदगांव 15 जून 2021। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने अधिकारियों से कहा कि लोक सेवा गारंटी योजना के माध्यम से नागरिकों की समस्याओं का निराकरण समय पर करें, वहीं ऑफलाइन आवेदनों को भी ऑनलाइन करें। उन्होंने कहा कि योजना का प्रभावी क्रियान्वयन होना चाहिए। यह भी जरूरी है कि निश्चित समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण निराकरण प्राथमिकता से किया जाए।

Advertisements

जनप्रतिनिधियों के लिए अलग से पंजी निर्धारित करें। जनसामान्य के आवेदनों के लिए संवेदनशीलता अपनाते हुए निराकरण करें। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी-कर्मचारी मुख्यालय में रहेंगे। प्रत्येक सोमवार अधिकारी अपने कार्यालय में उपस्थित रहेंगे। अन्य दिन निर्धारित कर भ्रमण करें तथा जमीनी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन का निरीक्षण करें। उक्त बातें कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में कही।

कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि कोविड-19 से सुरक्षा के लिए सभी उपायो को अपनाना है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी को मुख्यमंत्री हाट बाजार योजना तथा मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के लिए स्वास्थ्य विभाग को कार्य करने के निर्देश दिए और उन्होंने जनौषधि केन्द्र के संबंध में जानकारी ली। कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती रेणु प्रकाश से मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के क्रियान्वयन की जानकारी ली एवं पोषण वाटिका बनाने के लिए निर्देश दिए।

कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ने बताया कि 900 केन्द्रों में पहले पोषण वाटिका विकसित किया गया था और अभी इस दिशा में कार्य कर रहे है। कलेक्टर ने मातृत्व वंदन योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कहा। उन्होंने कृषि विभाग से फसल विविधीकरण तथा खाद-बीज की उपलब्धता की जानकारी ली। जल संरक्षण के लिए नरवा योजना के विकास के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नरवा योजना के प्रभाव का मूल्यांकन करें। कलेक्टर ने रिक्त शासकीय भूमि के आबंटन के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि जिन वनवासियों को वनाधिकार पट्टा मिला है, उनकी आजीविका के लिए वहां विभिन्न विभाग समन्वय करते हुए डबरी निर्माण, मुर्गी पालन एवं मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत पौधरोपण करने के लिए प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना शासन की महत्वपूर्ण योजना है। इसके लिए सभी ग्राम पंचायतों में स्थानों का चिन्हांकन करें और वहां वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित करें। इसके लिए उद्यानिकी एवं वन विभाग से तकनीकी सहायता ले सकते हैं। इसके साथ ही किसानों को औषधीय एवं फलदार वृक्ष तथा जिमीकंद-हल्दी लगाने के लिए भी कहें।

उन्होंने कहा कि वन अधिकार पट्टा के तहत जिन्हें जमीन मिली है उन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिलेगा। पहुंचविहीन ग्रामों को पहुंच योग्य बनाना शासन की प्राथमिकता है। इसके लिए सभी एसडीएम कार्य करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अभी जिन कार्यों का भूमिपूजन किया है उन्हें आरंभ करें और जो कार्य पूर्व से चल रहे थे उनमें तेजी लाएं।

कलेक्टर सिन्हा ने सभी संबंधित विभागों से कहा कि वर्मी कम्पोस्ट विक्रय करें। शासन के निर्देशानुसार कृषि, उद्यानिकी, वन एवं अन्य सभी संबंधित विभाग गौठान के वर्मी कम्पोस्ट का ही उपयोग करेंगे। बाहर से खाद खरीदने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कृषि एवं उद्यानिकी विभाग को किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव जिले को ऑर्गेनिक जिला बनाना है। उन्होंने सभी एसडीएम से कहा कि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल गुणवत्तापूर्ण बनाएं, जिसका स्तर राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर का होना चाहिए, इसे चुनौती मानकर भावी पीढ़ी के लिए एक अच्छा स्कूल बनाने की जिम्मेदारी को पूरा करें।

इस दिशा में तत्काल कार्य प्रारंभ करें। जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर ने कहा कि बारिश में गोबर के खराब होने की संभावना को देखते हुए इसको सुरक्षित रखने के उपाय करें। उन्होंने कहा कि वनाधिकार पट्टा धारियों का मनरेगा के तहत जॉब कार्ड भी बनना चाहिए। अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय ने पीजीएन शिकायतों की जानकारी ली। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन गर्भवती महिलाओं के अलावा बाकी सभी को सुरक्षा की दृष्टिकोण से लगवा लेना चाहिए। डीपीएम श्री गिरीश कुर्रे ने वैक्सीनेशन के लिए लोगों को प्रेरित करने हेतु अभियान चलाने के लिए प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किया।

उन्होंने कहा कि सुरक्षित टीका-सुरक्षित परिवार अभियान के तहत वैक्सीन के लिए लोगों में जनजागृति लाई जाएगी। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव एन गुरूनाथन, सीईओ जिला पंचायत लोकेश चंद्राकर, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कान्फ्रेस के जरिए सभी एसडीएम, जनपद सीईओ, सीएमओ एवं बीएमओ जुड़े रहे।