राजनांदगांव : NAFIS योजना अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन…

NAFIS योजना के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन पुलिस अधीक्षक कार्यालय राजनांदगांव में किया गया।

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पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर से आये फिंगर प्रिन्ट एक्ससपर्ट अधिकारी द्वारा दिया गया प्रशिक्षण।

आनलाईन फिंगर प्रिंट मिलान कर त्वरित आरोपी के बारे में जानकारी मिलेगी।

गिरफ्तार संदेहियों एवं निगरानी बदमाशो के दोनो हाथों की आदर्श अंगुलि चिन्ह पर्णी के संबंध दी गई जानकारी।

घटना स्थल में फिंगर प्रिन्ट से संबंधित साक्ष्यों को सुरक्षित करने के तरीके के संबंध बताया गया।

अज्ञात मृतक के चर्म पोर को सुरक्षित करने तथा NAFIS का महत्व एवं उपयोग के संबंध में विस्तृत रूप से जानकारी दिया गया।

फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट द्वारा विस्तार से तकनिकी पहलुओं के बारे में बारीकी से समझाया गया।

जिले के समस्त थाना/चौकी से आये लगभग 40 अधिकारी/कर्मचारी हुये शामिल।

NAFIS योजना के अंतगर्त एक दिवसीय कार्याशाला आयोजन पुलिस कार्यालय मिंटिग हॉल राजनांदगांव मे किया गया। पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर एवं पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव श्री मोहित गर्ग के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नोडल अधिकारी आफिसर श्री मुकेश ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राहुल देव शर्मा,

उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती तनु प्रिया ठाकुर के मार्गदर्शन में गिरफ्तार संदेहियों एवं निगरानी बदमाशो के दोनो हाथों की आदर्श अंगुलि चिन्ह पर्णी के संबंध में एवं घटना स्थल में फिंगर प्रिन्ट से संबंधित साक्ष्यों को सुरक्षित करने के तरीके एवं अज्ञात मृतक के चर्म पोर को सुरक्षित करने तथा NAFIS,

(National Automatic Fingerprint Identification system) का महत्व एवं उपयोग के संबंध में जिले के समस्त थाना/चौकी के अधिकारी/कर्मचारी को आज दिनाक 10.05.2024 को पुलिस कार्यालय मिटिंग हॉल राजनांदगांव में एक दिवसीय कार्यालय का आयोजन कर प्रशिक्षण दिया गया।

पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर से आये निरीक्षक श्री अजय कुमार साहू, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट द्वारा प्रशिक्षण में इसके संबंध मे विस्तार से व तकनिकी पहलुओं के बारे में बताया गया। इस कार्याशाल में NAFIS कार्यालय राजनांदगांव से सहायक उप निरीक्षक रमेश कुमार रजक, आर0 सोहन सिन्हा व आर0 कवल जीत सिंह सहित जिले के समस्त थाना/चौकी से आये लगभग 40 अधिकारी व कर्मचारी शामिल हुये।

इस योजना से प्रशिक्षण उपरांत अब जिले मे ही गिरफ्तार आरोपियों, संदेहियों व निगरानी/गुण्डा बदमाशों के फिंगर प्रिंट सर्च स्लिप्स तैयार कर ऑनलाईन डाटा अपलोड कर सर्च कार्य किया जायेगा। इससे समय की बचत होगी, पहले यह डाटा राज्य स्तर पर उपलब्ध रहती थी, अब यह जिला स्तर पर उपलब्ध होगी। इससे विवेचना के दौरान संदेहियों एवं निगरानी बदमाशों की आसानी से पहचान की जा सकती है।