राजनांदगांव कोरोना संक्रमण काल के बीच राज्य शासन द्वारा किसानों को झटका दिया गया है । पहली बार प्रति बोरी डीएपी में 700 रूपए की वृद्धि किए जाने से किसानों के होश उड़ गए हैं।
यही नहीं खाद के अलावा धान और सोयाबीन के बीजों में भी जबरदस्त बढ़ोतरी किसानों की कमर तोड़ने की तैयारी कर ली है । महामारी के बीच चौपट अर्थव्यवस्था के उत्पादन में भी अब महंगी हो जाएगी । जिसका सीधा असर अनाज और दलहन में देखने को मिलेगा । मिली जानकारी के अनुसार किसान सबसे ज्यादा उपयोग खेती में डीएपी का करते हैं पिछले साल इसकी कीमत 1200 रूपए प्रति बोरी थी , जिसे बढ़ाकर 1900 रूपए कर दिया गया है ।
इसी तरह पोटाश को 875 से बढ़ाकर 1000 रूपए कर दिया गया है । इसी तरह एनपीके 1183 से 1800 रुपया हुआ सुपर फास्फेट के दाम भी बढ़ा दिए जाने से किसानों की चिंता बढ़ गई है।किसानों का कहना है कि इस तरह खाद में एकतरफा इजाफा करने का असर खेती पर दिखने लगेगा । उनका कहना है कि इससे खेती जहां महंगी होगी वहीं उन्हें लागत निकालना भी मुश्किल हो जाएगा।
बीज खरीदना भी हो गया मुश्किल
इस बार ना सिर्फ खाद् बल्कि बीज में भी इजाफा किया गया है धान मोटा को 2250 से बढ़ाकर ₹24 सौ रुपए कर दिया गया है । इसी तरह धान पतला को 2400 से ₹2700 क्विंटल दर में बेचा जा रहा है । सोयाबीन बीज 6000 से 7000 रुपए 250 रूपए गया है। इस तरह धान के बाद अब दलहन फसल भी महंगी हो गई है।