▶️ छत्तीसगढ़ में कर्ज़ माफ़ी का वादा था जिसे भूपेश सरकार ने पूरा किया
राजनांदगांव । जिला कांग्रेस कमेटी व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एवं शहर महामन्त्री सैय्यद अफज़ल अली ने कहा की भाजपाइयों में सत्ता की छटपटाहट इतनी बढ़ गयी हैं, कि उलूल जुलूल बयान बाजी कर रहे हैं।
श्री अली ने आगे कहा कि राजनादगांव विधायक रमन सिंह जी आप के बयानों में अब दम नही रहा,शराब पर बात करना आप को शोभा नहीं देता अगर वाक़ई आप शराब बन्द करना चाहते थे तो आपने पन्द्रह साल छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार चलाई हैं।फिर आपने अपने कार्यकाल में शराब बंदी क्यो नहीं की, आपने शराब सरकारी क्यो कर दी। रहने दो रमन सिंग जी आप भी नेता निकले छत्तीसगढ़ वासियों को आपने क्या समझा हैं, इन्ही छत्तीसगढ़ वासियो ने आप के सर पर ताज रखा था अब उन्ही छत्तीसगढ़ वासियों ने आपको सत्ता से उठा कर नीचे फेंक दिया।
वैसे भी छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल छेत्र है ,रमन सिंह जी को उनके कार्यकाल में भी ये सँभव नही लगा था, इसलिए शराब बंदी भाजपा के रमन सिंह ने भी नही की। अब अपनी राजनीति चमकाने के लिए ये सब बयानबाजी कर रहे हैं, पर पन्द्रह साल के कार्यकाल में भाजपा को छत्तीसगढ़ के सामान्य छेत्रों में शराब बंदी कर देना था, आपने शराब बंदी क्यो नहीं किये।भाजपाई ख़ुद हिन्दू संस्कृति से जुड़े आदिवासी छेत्रों में एक सर्वे कर ले फिर देखे कितने आदिवासी वर्ग के लोग शराब बंदी चाहते है।
बीजेपी भूल गयी की उसका मूल वोटर उसके विचार का समर्थक है, भाजपाई कहते है, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस इसलिए आयी हैं, क्यो कांग्रेस के घोषणा पत्र में कर्ज माफ़ी था, अपने प्रदेश की जनता को लालची बताना ये भाजपा का सिद्धांत हो सकता हैं, ,छत्तीसगढ़ की जनता बुद्धिजीवी है, रमन सिंह जी आप के घोषणा पत्र में कुछ कम नही था, औऱ केंद्र सरकार के 15,15 लाख का वादा भी जनता नही भूली है, मुफ़्तख़ोरी की योजनाओ से अवसरवादी वोट बैंक खड़े किये जा सकते है
समर्पित विचार व समर्थक नही छत्तीसगढ़ में भाजपा के हाथ से सत्ता गई मतलब कुछ गलती तो हुई है, प्रदेश वासियों का सम्मान करे उन लोगो का सम्मान करे जिनके प्रेम और समर्पण ने आपको सत्ता का पहुँचाया था, उस कार्यकर्ता का सम्मान करे जो दुखी होकर भी आपकी गलत बात का विरोध ना कर सका ?क्योकि राजनादगांव में छह विधानसभा सीटो में से एक मे सिर्फ़ आप विजयी हुए हैं, वो भी पूरे प्रदेश का प्रशासनिक अमला और फाइनेंशियरो के दम पर बाकी पांच विधायक हार गये,इसी तरह कुछ ख़ास वर्ग के लोगों के साथ आप ख़ुद का वोट बैंक को बढ़ाने के प्रयास मे प्रदेश के अन्य विधानसभा प्रत्यासियो को नाराज ही नहीं बल्कि उनके स्वभिमान को भी ठेश पहुँचाई है,
छत्तीसगढ़ में हारे हुए भाजपा प्रत्यासी अपने हार से अभी तक उबर नही पाए है, आपने अपने कार्यकाल में जनहित में काम किया होता तो उंगलिया की गिनती में विधायक नही होते,भाजपाई वक्त रहते गलती सुधार ले औऱ अपनी जड़ों को पहचाने, हार जीत चलती रहती है ।
लेकिन यह याद रखना ज़रूरी है कि नींव के पत्थर को हटाकर आप भवन को बचा नही पाएँगे ये हमारे प्रदेश की छत्तीसगढ़िया जनता है रमन सिंह जी जो बना सकता है वो मिटा भी सकता है । छत्तीसगढ़ में कांग्रेस भूपेश बघेल सरकार सत्ता औऱ संगठन में तालमेल बना कर जनता को लाभांवित करने की हर सभव काम कर रही हैं, जिसका लाभ प्रदेश वासियो को मिल रहा हैं।