डॉक्टरों ने भी इस पहल को अनुकरणीय बताया, फोटो फोबिया सहित कई बीमारियों के मरीजों की हुई पहचान
छोटे ऑपरेशन भी हुए, बीमारी अनुसार उचित ईलाज और दवाओं का भी किया गया वितरण
कोरबा 03 सितंबर 2021कोथारी के स्वास्थ्य शिविर में मौजूद 20 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टरों के द्वारा चिकित्सकीय सलाह के साथ दवाईयों का भी वितरण किया गया शिविर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से संलग्न डॉक्टर और अपोलो अस्पताल बिलासपुर के डॉक्टरों ने इस स्वास्थ्य शिविर में शामिल होकर ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने में सहयोग किया। जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस मेगा स्वास्थ्य शिविर का अपोलो अस्पताल बिलासपुर से आए डॉक्टरों ने सराहना की। डॉक्टरों ने जरूरतमंदों को एक ही जगह पर स्वास्थ्य जांच और ईलाज की सुविधा प्रदान करने के लिए इस कार्यक्रम को दूसरों के लिए अनुकरणीय बताया।
शिविर में हड्डी रोग, दांत की बीमारी, शिशु रोग, स्त्री और प्रसूति सम्बन्धी रोग, नेत्र रोग सहित मनोरोगो के सामान्य और गंभीर मरीजों की जाँच की गई। जाँच के बाद अस्पताल में भर्ती करने लायक मरीजों को जिला अस्पताल या बड़े अस्पताल में भर्ती करके ईलाज कराने के लिए कलेक्टर श्रीमती साहू द्वारा निर्देशित किया गया शिविर में स्वास्थ्य विभाग कोरबा के हड्डी रोग, नेत्र रोग, स्त्री रोग, शिशु रोग विभाग सहित अन्य विभाग के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भी मौजूद रही। शिविर में बीमारियों की जांच के लिए खून-पेशाब जांच और ईसीजी जांच की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध रही। शिविर में ग्रामीणजन आकर अपनी सभी स्वास्थ्यगत समस्याओं का सलाह निःशुल्क में प्राप्त किया।
शिविर में फोटो फोबिया से ग्रसित बच्चे की हुई पहचान, हड्डी रोग, हाइड्रोसील, दांत की बीमारी के भी मरीज मिले, छोटे ऑपरेशन भी मौके पर ही हुए – कोथारी के मेगा स्वास्थ्य शिविर में आज नेत्ररोग विभाग में जाँच के दौरान फोटो फोबिया से ग्रसित बालक की पहचान हुई। नेत्ररोग विशेषज्ञों ने डोंगाआमा निवासी दस वर्षीय बालक में प्रकाश की अतिसंवदेनशीलता वाली इस बीमारी की पहचान की। इस बीमारी के कारण बालक रौशनी में देख नहीं पाता है और आंखे बंद रहती है। आंखो के बंद रहने से बालक का मानसिक और शारीरिक विकास भी नहीं हो पा रहा है। डॉक्टरों ने जांच के बाद बालक के आंखो की बेहतर ईलाज के लिए बड़े अस्पतालों में रिफर किया।
फोटो फोबिया से ग्रसित बालक के आंखो का ईलाज शासकीय खर्चे पर बड़े अस्पतालों में कराया जाएगा। स्वास्थ्य शिविर में सर्जरी विभाग में विभिन्न प्रकार के सर्जरी के केस भी सामने आए। सर्जरी विभाग में मरीजों के जांच-उपचार के लिए मौजूद डॉक्टरों ने बताया कि शिविर में हाइड्रोसील, हर्निया, नसबंदी सहित बच्चादानी ऑपरेशन के केस भी सामने आए। मरीजों को बीमारियों के ईलाज के लिए उचित सलाह और ऑपरेशन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई। सर्जरी विभाग में मौके पर ही छोटे ऑपरेशन किए गए। कोथारी निवासी श्रीमती अदिति को पिछले कई वर्षों से पीठ पर मस्सा की समस्या थी। सर्जन डॉक्टर दीपक और उनकी टीम द्वारा शिविर में ही सफलतापूर्वक श्रीमती अदिति के शरीर से मस्सा को ऑपरेशन करके निकाल दिया गया। शिविर में दंत रोग विभाग में दांत से संबंधित समस्याओं को लेकर मरीजों ने डॉक्टरों से चेकअप करवाया। 63 वर्षीय बुजुर्ग श्री भागवत प्रसाद ने दांत में दर्द से संबंधित समस्या को डॉक्टर को बताया।
दंत रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों ने जांच के बाद उनके दांत में सड़न बताया गया तथा दांत को निकालने की जरूरत बताई गई। मौके पर ही श्री भागवत प्रसाद के सड़े हुए दांत को निकाल दिया गया तथा मरीज को दवाई भी मौके पर दी गई। सड़े हुए दांत के निकल जाने से मरीज को दांत दर्द से राहत मिलेगी।
शिविर में 129 बुजुर्गों सहित नेत्ररोग के 272, शिशुरोग के 87, दंत रोग के 53, हृदय रोग की संभावना वाले 56, हड्डी रोगों के लगभग 200, प्रसूति एवं स्त्रीरोगों से संबंधित लगभग 200, मनोरोगों से संबंधित 30 और नाक, कान, गला के 137 मरीजों सहित दो हजार 250 से अधिक मरीजों की जांच की गई। इनमें से 432 मरीजों को बीमारी की गंभीरता देखते हुए बड़े अस्पतालो में ईलाज के लिए रिफर भी किया गया है। शिविर स्थल पर ही 311 मरीजों की खून और पेशाब की जांच की गई साथ ही 232 हितग्राहियों को जांच के बाद नजर के चश्मे वितरित किए गए।
102 दिव्यांगो के दिव्यांगता प्रमाण पत्र बने, अब मिल सकेगा शासकीय योजनाओं का लाभ – कोथारी में आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में दिव्यांगजनों की जांच कर मौके पर ही दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाये गये।
बनाये गये दिव्यांगता प्रमाण पत्र को कार्यक्रम में ही विधायक श्री ननकी राम कंवर ने कलेक्टर और ग्रामीणजनों की मौजूदगी में वितरण किया। दिव्यांगता प्रमाण पत्र बन जाने से दिव्यांगो को विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा। शिविर में समाज कल्याण विभाग और इंडियन ऑयल कार्पोरेशन की तरफ से सीएसआर मद से जरूरतमंदो को आवश्यक उपकरण एवं 15 इलेक्ट्रिक व्हील चेयर का भी वितरण किया गया। स्वास्थ्य शिविर में नेत्र रोग विभाग में अपनी आंखों की जांच कराने आए लोगों में से जरूरत के अनुसार 232 लोगों को नजर के चश्मों का भी वितरण किया गया।