- गंभीर कुपोषित श्रेणी से सामान्य श्रेणी आए बच्चे
- चुनौतीपूर्ण कार्य को पूरा करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बच्चों को घर तक टिफिन पहुंचाकर दिया
राजनांदगांव – जिले के सुदूर वनांचल क्षेत्रों मानपुर, मोहला एवं छुईखदान विकासखंड में गंभीर कुपोषित श्रेणी के बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने के उद्देश्य से सघन सुपोषण अभियान प्रारंभ किया गया। जिसके प्रभावी परिणाम दिखाई दे रहे हैं। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा की विशेष पहल पर युद्ध स्तर पर सघन सुपोषण अभियान चिन्हांकित विकासखंडों में चलाया गया। कलेक्टर के सतत मार्गदर्शन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानीन और स्वास्थ्य विभाग की टीम की कड़ी मेहनत से बच्चे सामान्य श्रेणी में आ गए हैं। इन क्षेत्रों में एनीमिक गर्भवती माताओं को भी पौष्टिक आहार प्रदान किया गया।
मानपुर विकासखंड में 229 बच्चों का चिन्हांकन किया गया था। जिसमें 216 गंभीर कुपोषित बच्चों के वजन में बढ़ोतरी हुई है। इनमें 170 बच्चे गंभीर श्रेणी से मध्यम श्रेणी में आ गए। वहीं 42 बच्चे गंभीर श्रेणी से सामान्य श्रेणी की ओर अग्रसर हुए है। बच्चों एवं महिलाओं को अंडा, चिक्की, फल, साग-भाजी सहित पौष्टिक आहार दिया गया। इसके लिए बच्चों की लगातार मानिटरिंग की गई और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा टिफिन में बच्चों के घर तक जाकर पौष्टिक भोजन खिलाया जा रहा है। इस चुनौतीपूर्ण कार्य को पूरा करने के लिए सीडीपीओ, सुपरवाईजर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं लगातार कार्य कर रही है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती रेणु प्रकाश ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ ही पंचायत स्तर पर तथा सामुदायिक सहभागिता से यह कार्य संभव हो सका है। सामुदायिक सहयोग और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर गंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हांकन किया गया। साथ ही स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा भी अतिरिक्त पोषण आहार का वितरण किया जा रहा है। वहीं हितग्राहियों के घरों में पोषण वाटिका भी बनाया गया और सुपोषण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्र में रेडी-टू-ईट के पोषण आहार से स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर बच्चों को खिलाया जा रहा है।