रायपुर/ लता मंगेशकर जी का शरीर पूरा हो गया। कल सरस्वती पूजा थी, आज माँ विदा हो रही हैं। लगता है जैसे माँ सरस्वती इस बार अपनी सबसे प्रिय पुत्री को ले जाने ही स्वयं आयी थीं।
मृत्यु सदैव शोक का विषय नहीं होती। मृत्यु जीवन की पूर्णता है। लता जी का जीवन जितना सुन्दर रहा है, उनकी मृत्यु भी उतनी ही सुन्दर हुई है।
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93 वर्ष का इतना सुन्दर और धार्मिक जीवन विरलों को ही प्राप्त होता है। लगभग पाँच पीढ़ियों ने उन्हें मंत्रमुग्ध हो कर सुना है, और हृदय से सम्मान दिया है।
छग जर्नलिस्ट वेलफेयर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अमित गौतम,प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एन आर के पिल्लई,प्रदेश महासचिव सेवकदास दीवान सहित सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने स्व लता मंगेशकर जी को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।