राजनांदगांव: विश्व दृष्टि दिवस पर जागरूकता एवं नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन…

राजनांदगांव। समेकित क्षेत्रीय केंद्र (सी.आर.सी.), राजनांदगांव जो राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (एन.आई.ई.पी.आई.डी.), सिकंदराबाद के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्यरत है द्वारा विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर एक जागरूकता एवं नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन उदयाचल हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट तथा साइटसेवर्स इंडिया के संयुक्त सहयोग से ठाकुरटोला, सोमनी स्थित सी.आर.सी. परिसर में किया गया।

Advertisements

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। दीप प्रज्वलन के अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. पुख़राज बाफना (पद्मश्री एवं बाल रोग विशेषज्ञ), श्री नेतराम नवरतन (मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, राजनांदगांव), डॉ. स्मिता महोभिया (निदेशक, सी.आर.सी. राजनांदगांव), श्रीमती वैशाली मिडवार (उप संचालक, सामाजिक कल्याण विभाग), श्री अशोक मोदी (कोषाध्यक्ष, उदयाचल चैरिटेबल हॉस्पिटल), डॉ. सार्थक बाफना (नेत्र विशेषज्ञ, उदयाचल हॉस्पिटल) तथा सुश्री पूजा सोनी (कार्यक्रम अधिकारी, साइटसेवर्स इंडिया) उपस्थित रहे।

अतिथियों ने दीप प्रज्वलन के पश्चात स्वागत पुष्पगुच्छ ग्रहण किया। उद्घाटन संबोधन में डॉ. पुख़राज बाफना, श्रीमती वैशाली मिडवार एवं डॉ. सार्थक बाफना ने नेत्र स्वास्थ्य, दृष्टिबाधा की रोकथाम तथा समुदाय में दृष्टि-संबंधी जागरूकता के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम में पंडवानी कला प्रस्तुति महिला एवं बाल विकास विभाग, रायपुर की श्रीमती चंद्रिका कुषा द्वारा दी गई, जिसने समारोह को सांस्कृतिक एवं पारंपरिक रंगों से भर दिया।

इसके पश्चात सी.आर.सी. की प्रोस्थेटिस्ट एवं ऑर्थोटिस्ट सुश्री चुनमुन मोहंती द्वारा एल.एस. बेल्ट्स, नी ब्रेस, वॉकिंग स्टिक एवं सिटिंग केन जैसे सहायक उपकरण सात लाभार्थियों को मुख्य अतिथियों के करकमलों से प्रदान कराए गए।

डी.एड. (आई.डी.डी.) एवं डी.आई.एस.एल.आई. पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों ने नेत्र देखभाल एवं समावेशन पर आधारित नाट्य प्रस्तुति दी, जबकि सुनदरा हाई स्कूल के विद्यार्थियों के बीच चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिसमें बच्चों ने दृष्टि-संवेदनशीलता पर अपने विचार रचनात्मक ढंग से व्यक्त किए।

कार्यक्रम के समापन पर मुख्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए तथा चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए।

इस अवसर पर लगभग 120 प्रतिभागियों — जिनमें विद्यार्थी, कर्मचारी एवं लाभार्थी शामिल थे — ने सहभागिता की।
श्रवणबाधित प्रतिभागियों के लिए संकेत भाषा अनुवादन की सुविधा सुश्री रौशनी बकोड़े द्वारा उपलब्ध कराई गई।

कार्यक्रम संचालन सुश्री फरीदा बेगम ने किया, जबकि समन्वयन श्री पुस्पेन्दु जना एवं सुश्री चुनमुन मोहंती ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सुश्री सुधात्मिका महांती, श्री पुनीत राम साहू, श्री भानु प्रताप साहू, श्रीमती मुक्ता साहू एवं सुश्री फरीदा बेगम का विशेष योगदान रहा।

कार्यक्रम का सफल समापन “समावेश, सुलभता और सर्वजन के लिए नेत्र स्वास्थ्य” के संदेश के साथ हुआ।