कवर्धा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया तेंदूपत्ता बोनस वितरण एवं नरवा का शुभारंभ…

कवर्धा, 11 अक्टूबर 2021। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सोमवार को वर्चुअल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य भर में वर्ष 2021-2022 में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग अंतर्गत होने वाले नरवा कार्यों का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वर्ष 2019 में हुए तेंदूपत्ता संग्रहण का बोनस वितरण भी वर्चुअल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल के द्वारा नरवा कार्य के शुभारंभ के अवसर पर श्री मोहम्मद अकबर, मंत्री जलवायु वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, श्री अमरजीत भगत, कैबिनेट मंत्री, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अतिरिक्त मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग श्री मनोज पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज मर्यादित संघ श्री संजय शुक्ला, मुख्य कार्यपालन अधिकारी कैंपा श्री वी. श्रीनिवास राव सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।

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वन मंडल स्तर पर समस्त वन मंडलों के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा अंतर्गत कवर्धा वन मंडल में वर्ष 2019-20 में चार नालों का उपचार किया गया जिसकी लागत 2.42 करोड़ रुपए थी। उपचारित नालों की लंबाई 22.35 किलोमीटर, जल संग्रहण का क्षेत्रफल 5542 हेक्टेयर, निर्मित संरचना की संख्या 22500, मृदा उपचारित क्षेत्रफल में 2 प्रतिशत की वृद्धि, सिंचित क्षेत्र का रकबा 90 हेक्टेयर तथा क्षेत्र की जल संचयन क्षमता में 18650 घन मीटर की वृद्धि हुई। ग्राउंड वाटर रिचार्ज में 35750 घ.मी. की वृद्धि हुई। भूजल स्तर में 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई। लाभान्वित परिवारों की संख्या 1520 रही। कुल 35600 मानव दिवस का रोजगार सृजित किया गया। 55.5 हेक्टेयर क्षेत्र में 16500 फलदार एवं अन्य मिश्रित प्रजाति के पौधों का वृक्षारोपण किया गया। वहीं 2020-2021 में 21 नालों का उपचार हो रहा है जिसका बजट 14.33 करोड. है। उपचारित नालों की लंबाई 147.3 किलोमीटर रहेगी।

इससे जल संग्रहण क्षमता 27473 हेक्टेयर बढ़ेगी। इसमें कुल निर्मित संरचनाओं की संख्या 196500 रहेगी। सिंचित क्षेत्रफल का रकबा 455 हेक्टेयर वृद्धि होगा। जल संचयन क्षमता में 80540 घन मीटर की वृद्धि होगी। ग्राउंड वाटर रिचार्ज में 215530 मीटर की वृद्धि होगी। स्थानीय भूजल स्तर में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि होगी। 4520 परिवार लाभान्वित रहेंगे तथा 260555 मानव दिवस का रोजगार सृजित होगा। पौधों का रोपण 115 हेक्टेयर क्षेत्र में रहेगा जिसमें 34500 फलदार व अन्य मिश्रित प्रजातियों के पौधों का वृक्षारोपण किया जाएगा।नये नरवा कार्य के शुभारंभ के अवसर पर वर्ष 2021-2022 में कुल 22 नाला का उपचार किया जाना है जिसकी लागत 15 करोड़ होगी।

130 किलोमीटर लंबाई में उपचार का कार्य किया जाएगा जिसमें लगभग एक लाख 80 हजार संरचनाओं का निर्माण कार्य किया जाएगा।विगत वर्षों में कवर्धा वन मंडल में हुए नरवा विकास के कार्यों से जंगलों में आग लगने की घटनाओं में गिरावट आई है तथा जंगली जानवरों की चहलकदमी तथा संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। जैव विविधता के संदर्भ में भी पांच नए तितलियों के रहवास क्षेत्रों की पहचान की गई है।वन मंडलाधिकारी श्री दिलराज प्रभाकर ने बताया कि वर्ष 2019 में कवर्धा वन मंडल में जिला यूनियन कवर्धा अंतर्गत 33031 संग्राहकों ने 4000 प्रति मानक बोरा की दर से 35411.30 मानक बोरा संग्रहण किया था जिसकी भुगतान राशि 140645200 थी। बोनस के तौर पर 8 समितियों-पंडरिया, कोदवा, चिल्फी, जुनवानी, कुकदुर, खैरबना, छोटू पारा और कामठी में कुल 7255837 रुपये का बोनस वितरण किया जाना है।