डोंगरगढ़ : प्रेम प्रसंग के चलते पत्नी ने की पति की हत्या…

डोंगरगढ़ शहर के एक युवक की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने महज 3 दिन के भीतर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें मृतक की पत्नी और उसका प्रेमी भी शामिल है। वारदात को लेकर पुलिस ने जिस तरह से प्रेम प्रसंग के आधार पर जांच शुरू की थी वह सच साबित हुई।
गत 24 मार्च को सुबह ग्राम मुरमुंदा के समय मिले क्षत-विक्षत लाश के मामले में पुलिस ने कुशलता से सुलझा लिया है ।

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फोन कॉल से पुलिस को अहम सुराग मिले और पुलिस ने मुख्य आरोपी को 24 मार्च को ही कब्जे में ले लिया था । जब वह मृतक की पत्नी सुष्मिता को अविनाश के क्रिया करम के लिए रायपुर ले कर आया था । मृतक की बहन के बयान को आधार मानकर सुष्मिता को पहुंचाने आए कौशल और डायमंड को पुलिस ने उस वक्त अपने कब्जे में लिया जब वह मुरमुंदा के समीप घटनास्थल को देखने गया था। वहीं पुलिस ने उससे पूछताछ की जब जवाब देने से आनाकानी करने लगा तो पुलिस ने उसे कब्जे में ले लिया। 24 की रात को ही थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर पुलिस ने डायमंड से आरोपी को बुलवा लिया दूसरे दिन गुरुवार को पुलिस ने टीम बनाई तथा अलग-अलग टीम को लेकर डायमंड के सहयोगियों को गिरफ्तार करने के साथ ही हत्या में प्रयुक्त सामग्री के लिए पुलिस निकली और देर रात तक सभी को गिरफ्तार कर सबूतों के साथ पुलिस पहुंची। तथा सुबह मृतक की पत्नी सुष्मिता को थाने लाकर पूछताछ की तो वह भी टूट गई। मामले का खुलासा करते हुए थाना प्रभारी एलेग्जेंडर ने बताया कि मुख्य आरोपी और उसके साथी हीरापुर के रहने वाले हैं। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार जुडिशल रिमांड पर पेश कर दिया।


यह हुए गिरफ्तार
मुख्य आरोपी कौशल उर्फ डायमंड पिता पुनउ राम साहू 29 वर्ष निवासी नयापारा टेकारी मांढर धरसीवा रायपुर, सूर्यकांत गेंद लाल तिवारी 23 वर्ष ग्राम बरोदा मंडल रायपुर, प्रीतम पिता दीनबंधु साहू 26 वर्ष निवासी बड़ौदा मंडल रायपुर, तथा मृतक की पत्नी सुष्मिता पति स्वर्गीय अविनाश रामटेके 21 वर्ष डोगरगढ़ को गिरफ्तार किया गया है।


यह है मामला

मृतक अविनाश अपने पिता निर्मल रामटेके मां, छोटी बहन के साथ डोंगरगढ़ के दंतेश्वरी पारा वार्ड नंबर 2 में निवास करता था। वह विभिन्न संस्थानों में एकाउंटिंग का कार्य करता था ।2 वर्ष पूर्व उसकी मुलाकात राजनांदगांव की युवती सुष्मिता से हुई जो रायपुर में एक होटल में सर्विस करती थी ।दोनों एक दूसरे को चाहने लगे तो अविनाश ने अपने पिता पर दबाव बनाया कि वह शादी करेगा ।दोनों एक ही जाति के होने के कारण बिना किसी विवाद के जल्द ही उनकी शादी भी हो गई, और सुष्मिता वार्ड नंबर 2 में ही रहने लगे कुछ माह बाद फिर रायपुर जाने के लिए पति को मना कर अप डाउन कर रायपुर के होटल में सर्विस करने लगी तथा लॉकडाउन के दौरान ट्रेनें बंद होने के कारण रायपुर में ही रहने लगी।इस बीच उसने एक पुत्री को जन्म दिया ।पति अविनाश रायपुर जाकर अपनी पति से मिल आता था ।

उसे नहीं मालूम था कि इस बीच उसकी पत्नी का संबंध उनके मित्र कौशल उर्फ डायमंड से भी हो गया है ।और दोनों ने मिलकर अविनाश को रास्ते से हटाने की प्लानिंग कर ली है ।23 मार्च को भी सुष्मिता रायपुर में ही थी। प्लानिंग के अनुसार अपने मोबाइल फोन को छोड़कर डायमंड रायपुर से अपने दो साथियों के साथ निकला आरोपियों ने रायपुर से स्विफ्ट वाहन सी जी 04एमटी 6461 में लेकर आए ।23 मार्च की देर शाम को डोंगरगढ़ आकर अविनाश को मुख्य आरोपी ने फोन लगाया अविनाश ने अपनी बहन को आरोपी डायमंड से मिलकर लौटने की जानकारी दी। गनीमत यह रही कि अविनाश घर पर यह बता कर गया था कि वह डायमंड से मिलने जा रहा है और यही बात आरोपियों के पकड़े जाने का प्रमुख आधार भी बना। फोन पर बुलाकर आरोपियों ने मृतक के साथ शराब पी तथा फिर सुष्मिता को लेकर झगड़ा कर उसके गले में शराब की बोतल से वार किया ।तथा घरेलू चाकू से पेट पर ताबड़तोड़ वार करके मार डाला।


इस दौरान आरोपी के कपड़े खून से सन गया। आरोपी ने मृतक का मोबाइल उठाया और रास्ते में ही उसे तोड़कर उसके अलग-अलग टुकड़े फेकता चला गया ।तथा खरीदकर नए कपड़े पहनकर और खून सने कपड़े रायपुर के खारून नदी के समीप फेंक दिए। मामले के मुख्य आरोपी ने बड़ी चालाकी से अपने मोबाइल फोन रायपुर में छोड़कर घटना को अंजाम दिया था। ताकि मोबाइल का लोकेशन ना बता सके कि प्रकरण में उसका हाथ है घटना में प्रयुक्त चाकू ,कपड़े ,कार, मृतक का टूटा मोबाइल फोन ,भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।