राजनांदगांव। शहर के दिग्विजय स्टेडियम से सटे गौशाला के समीप व्यापारी के पुत्र का जला हुआ शव बरामद हुआ है। व्यापारी पुत्र की रहस्मयी मौत की खबर के बाद शहर में दिनभर मौत के कायासों का दौर चलता रहा। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर खोजी कुत्ते के माध्यम से अपनी विवेचना शुरु की है। पोस्ट मार्टम की रिपोर्ट से यह खुलासा हो सकेगा कि युवक ने आत्महत्या की है या फिर किसी ने हत्या कर शव को जलाने का प्रयास किया है।
बसंतपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत दिग्विजय स्टेडियम से लगे गौशाला के समीप ग्लास व्यापारी के बेटे कमल लहरवानी पिता रामचंद्र लहरवानी (35) निवासी रेलवे स्टेशन रोड (मिरानी बाड़ा) का जला हुआ शव प्राप्त हुआ है।
सुबह लगभग 6 बजे रोज की तरह घर से निकले युवक का शव पड़ा होने की जानकारी पुलिस को लगते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट से ही मामले का खुलासा हो सकेगा। संदिग्ध परिस्थिति में मिले शव के बाद शहर में तरह-तरह के कयास लगाये जाते रहे।
पुलिस के मुताबिक स्थानीय पुराने सर्किट हाउस रोड पर स्थित हरिओम ग्लास के व्यवसायी रामचंद्र लहरवानी का 35 वर्षीय पुत्र कमल लहरवानी रोज की तरह मवेशियों और जानवरों को ब्रेड और बिस्किट बांटने के लिए घर से निकला था। काफी देर तक जब वह घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की। इस बीच पिंजरापोल के पास एक नौजवान युवक की जली हुई हालत में लाश मिली। लाश की कमल लहरवानी के रूप में शिनाख्ती हुई। बताया जा रहा है कि युवक पिछले 4-5 साल से धर्म-कर्म से जुड़ गया था।
वह शहर के ज्यादातर मंदिरों में अपना वक्त गुजारता था। इसके अलावा वह अपने कारोबारी पिता का रोज 2 से 3 घंटे हाथ बंटाता था। शहर के बीच हुई इस घटना से लहरवानी परिवार सिहर उठा है। इसके अलावा सिंधी समुदाय तथा अन्य वर्ग से परिचित व्यापारी भी हादसे की खबर से हैरान हैं।