राजनांदगांव। चुनावी वर्ष में कर्ज माफी की उम्मीद से इस बार अविभाजित राजनांदगांव जिले में रिकार्ड कर्ज बंटा है। 1156 करोड़ लक्ष्य के विरूद्ध 1364 करोड़ यानी 109 प्रतिशत कर्ज बंट चुका है जो गत वर्षों की तुलना में ज्यादा है। कुल दो लाख 52 हजार किसानों ने कर्ज लिया है जो कि गत वर्ष की तुलना में 26 हजार ज्यादा है। सबसे ज्यादा कर्ज राजनांदगांव जिले में बंटा है।
विदित हो कि 2018 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने कर्ज माफी का दांव चल कर सत्ता हासिल की थी। किसानों के हजारों करोड़ रूपये के कर्ज माफ किए गए हैं। इससे कांग्रेस पार्टी का जनाधार बढ़ा है। उपचुनावों और पंचायत चुनावों में भी कर्ज माफी को मुदा बनाया था।
इस साल के विधानसभा चुनाव में भी पार्टी कर्ज माफी का दांव खेल सकती है। इसी उम्मीद से किसानों ने चालू खरीफ सीजन के लिए बड़े पैमाने पर कर्ज लिया है। इस बार राजनांदगांव, केसीजी, एमएमसी तीनों जिलों को मिलाकर इस बार 1125 करोड़ रूपये के कर्ज वितरण का लक्ष्य रखा गया था जिसके विरूद्व अब 1364 करोड़ का कर्ज बंट चुका है।
इसमें नगद कर्ज 1156 करोड़ तो 207 करोड़ खाद-बीज के कर्ज है। कुल दो लाख 52 हजार 374 किसानों ने कर्ज लिया है। गत वर्ष इसी अवधि तक 1046 करोड़ कर्ज बंटा था जबकि कर्ज लेने वाले किसानों की संख्या दो लाख 26 हजार थी। सबसे ज्यादा कर्ज 431 करोड़ राजनांदगांव जिले में बंटा है तो सबसे कम मोहला मानपुर में मात्र 110 करोड़ रूपये बंटा है।