राजनांदगांव 30 जुलाई 2021। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आदिवासी अंचल अंबागढ़ चौकी मे कृषि विज्ञान केन्द्र के ग्राम सोनसायटोला में चल रहे डीबीटी बायोटेक किसान हब की जानकारी ली एवं किसानों को वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाकर अपनी आय को दुगुनी करने के लिये प्रोत्साहित किया। कलेक्टर ने किसानों को बीज उपचार ड्रम व मुनगा (किस्म पीकेएम -1) के पौधों का वितरण किया।
बायोटेक किसान हब परियोजनांतर्गत राजनांदगांव जिले के अंबागढ़ चौकी विकासखंड के पांच गांव सोनसायटोला, भड़सेना, मांगाटोला, सेम्हरबांधा, कौडूटोला से 50 किसानों का चयन किया गया है। यह योजना मुख्य रूप से चार मॉडल फसल, अनाज, दलहन एवं प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, उद्यानिकी, पशुपालन आधारित मॉडल पर आधारित है। परियोजना अंतर्गत इस वर्ष किसानों को धान की प्रजाति इंदिरा महेश्वरी दिया गया है, जो तनाछेदक, टूग्रो वायरस, भूरा माहू, पत्तियों में झुलसा रोग हेतु प्रतिरोधी होती है।
यह किस्म 130-135 दिन की अवधि वाली है। वहीं डीआरआर धान – 42 का वितरण किया गया, जो सूखाग्रस्त क्षेत्र के लिए प्रतिरोधी है। यह किस्म 120 दिन की अवधि वाली है। जिसे सीडड्रिल मशीन के द्वारा कतार बोनी करने अथवा कतारबध्द तरीके से रोपाई कर लगाए जाने हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया एवं इस परियोजना के तहत किसानों को सीड कम फर्टिड्रिल भी प्रदान किया गया है।
गौरतलब है कि यह परियोजना भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- राष्ट्रीय जैविक स्ट्रेस प्रबंधन संस्थान, बरौंडा रायपुर के डॉ. पी मुवेंथन पलानीसामी के मार्गदर्शन एवं कुलपति इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर डॉ. एसके पाटिल, निदेशक विस्तार सेवायें इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर डॉ. एससी मुखर्जी के संरक्षण में इस योजना का संचालन कृषि विज्ञान केन्द्र, राजनांदगांव के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बीएस राजपूत एवं प्रमुख व इस योजना की परियोजना प्रभारी तथा विषय वस्तु विशेषज्ञ उद्यानिकी श्रीमती गुंजन झा के द्वारा किया जा रहा है।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, एसडीएम मोहला ललितादित्य नीलम, उप संचालक कृषि जीएस धुर्वे, राजीव देवरास उप संचालक पशुपालन, सहायक संचालक उद्यानिकी राजेश शर्मा, जनपद सीईओ भानुप्रताप चुरेंद्र, नायब तहसीलदार एचएन खुटे, ग्राम पंचायत के सरपंच श्रीमती नीतू कोल्यारे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।