महासमुंद – प्रेमी के साथ मिलकर महिला ने अपने ही पति की हत्या की योजना बनाई और योजनाबद्ध तरीके से हत्या को अंजाम दिया। सितंबर में हुई हत्या के मामले में पुलिस अधीक्षक ने शुक्रवार को अमलोर के जंगल में पाई गई लाश के अंधेकत्ल की गुत्थी सुलझा ली। योजना के अनुसार आरोपी महिला के प्रेमी ने मृतक को अपनी परिचित एक युवती के प्रेमजाल में फंसाया । फिर उस लड़की के माध्यम से उसे घटनास्थल अमलोर जंगल बुलाया और हत्या कर दी।
पुलिस को मृतक की पत्नि पर उस समय शक हुआ जब युवक के गुमशुदगी की रिपोर्ट महासमुंद थाना क्षेत्र की बजाय महिला ने सिरपुर में गुमशुदगी दर्ज कराई। खास बात यह कि मृतक की लाश के करीब भी महिला ही सबसे पहले पहुंची और ऐसा बैगा के द्वारा विचार कर बताए जाने की बात कही गई। जिसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी से कड़ाई से पूछताछ की तो अंततः दोनों टूट गए और जुर्म करना स्वीकार किया। आरोपियों के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त लकड़ी का डंडा, मोटर सायकल, स्कूटी को जब्त कर आरोपियों के विरूद्ध सिरपुर चौकी थाना तुमगांव में धारा 302, 120 बी, 201, 34 के तहत आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की गई।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीते 7 सितंबर 2022 को रविशंकर कमलवंशी पिता कंवल सिंग निवासी महासमुंद घर से रायपुर जा रहा हूं कहकर निकला था। जो रात्रि में घर वापस नहीं आया तो उसकी पत्नी विद्या कमलवंशी द्वारा थाना महासमुंद में सूचना दी और पति रविशंकर कमलवंशी का तलाश करते सिरपुर गई। सिरपुर चौकी में पति गुम हो जाने की सूचना देकर उनका खोजबीन करने लगी।
ऐसे रची थी हत्या की साजिश
विक्रम उर्फ विक्की साहू द्वारा मृतक रविशंकर को रास्ते से हटाने के लिए अपने अन्य दूसरी प्रेमिका परी उर्फ परमेश्वरी देवांगन को मोहरा बनाकर मृतक रविशंकर की हत्या करने के लिए इंस्टाग्राम के माध्मय से उससे प्रेम संबंध स्थापित करवाया। फिर निर्धारित तिथि को घटनास्थल लाने की योजना बनाकर घटना वाले दिन परी ने रविशंकर से बात कर मिलने की बात किया। इसकी जानकारी विक्रम साहू द्वारा मोबाईल के माध्यम से विद्या को दिया गया। तब विक्रम और विद्या ने रविशंकर की हत्या सिरपुर क्षेत्र के अमलोर के जंगल पहाड़ी में करने की योजना बनाये और इस योजना के संबंध में विक्रम साहू अपने दोस्त भास्कर तथा परी को रविशंकर की हत्या करने की बात बताया। भास्कर पैकरा एवं परी देवांगन रविशंकर की हत्या योजना में साथ देने को तैयार हो गए।