गैर-पेशेवर मछुआरों के आर्थिक योगदान का आकलन करेगी सरकार…

राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में गैर-पेशेवर मछुआरों के योगदान का सर्वेक्षण कार्य किया जा रहा है

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रायपुर। पंडित. रविशंकर शुक्ला यूनिवर्सिटी, रायपुर, छत्तीसगढ़ एंड डायरेक्टोरेट ऑफ़ प्लानिंग एंड स्टैटिसटिक्स, गवर्नमेंट ऑफ़ छत्तीसगढ़ द्वारा संयुक्त रूप से संचालित राज्य समन्वयक प्रो. केशव कांत साहू स्कूल ऑफ स्टडीज इन बायोटेक्नोलॉजी पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर राज्य समन्वयक प्रो. एल.एस. गजपाल समाजशास्त्र और सामाजिक अध्ययन पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय,

रायपुर सहायक समन्वयक डॉ. शैलेन्द्र कुमार स्कूल ऑफ़ स्टडीज इन एंथ्रोपॉलजी प. रविशंकर शुक्ला यूनिवर्सिटी, रायपुर के निर्देशन संरक्षण में जिला समन्वयक डॉ सुरेश पटेल सहायक प्रोफेसर भौतिकी विभाग शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव के मार्गदर्शन में जिला राजनांदगांव में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में गैर-पेशेवर मछुआरों के योगदान का सर्वेक्षण किया जाना है। उक्त विषय में जिला राजनांदगांव में सर्वे करने वाले विद्यार्थियों का जिला स्तर पर प्रशिक्षण दिया गया था।


प्रशिक्षण पश्चात बच्चों द्वारा सर्वेक्षण कार्य प्रारम्भ किया गया जिसमें उन्हें जमीनी स्तर में मछुआरों की दैनिक दिनचर्या के साथ साथ पेशेवर एवं गैर पेशेवर मत्स्याखेट हितग्राहियों की भी जानकारी मिल रही है। यह सर्वे जिले एवं जिले से लगे शिवनाथ नदी, पेटेश्री नदी एवं उसके एनीकेट से लगे आसपास गांव का में रहने वाले मछुआरों एवं उनके परिवार का किया जा रहा हैं ।

सर्वे का उद्देश्य गैर पेशेवर मछुआरों को पेशेवर मत्स्याखेट के रूप में शामिल करना शासन प्रशासन की योजनाओं का लाभ दिलाना उद्यमिता स्तर को ऊंचा करना।
सर्वेक्षण कार्य विनोद कुमार टेम्बुकर, जितेंद साहू, तोरण पटेल, साहिल देवांगन , रोशन, प्रीतेश, योगिता, और भुनेश्वरी अन्य बच्चों द्वारा प्रारंभ द्वारा सर्वे कार्य किया जा रहा है।