राजनांदगांव : मोबाइल अकादमी कोर्स पूर्ण करने में राजनांदगांव जिला देश एवं प्रदेश में दूसरा स्थान पर…

जिले की शत-प्रतिशत मितानिनों ने पूर्ण किया मोबाइल अकादमी कोर्स

Advertisements

राजनांदगांव 08 मार्च 2024। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग भारत सरकार द्वारा मितानिनों की जानकारी को बढ़ाने और उन्हें अपग्रेड करने के उद्देश्य से मोबाइल अकादमी कोर्स का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में जिले की शत-प्रतिशत मितानिनों ने मोबाइल अकादमी कोर्स पूर्ण कर लिया है।

 मितानिनों द्वारा मोबाइल अकादमी कोर्स पूर्ण करने में राजनांदगांव जिला देश एवं प्रदेश में दूसरा स्थान पर है। कलेक्टर ने इस उपलब्धि के लिए स्वास्थ्य विभाग, मितानिनों एवं इस कार्य में लगे सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों हो हार्दिक बधाई दी है। 


मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक बसोड ने बताया कि मोबाइल अकादमी एक नि:शुल्क ऑडियो ट्रेनिंग कोर्स है। जिसे मितानिनों की जानकारी को बढ़ाने, उन्हें अपग्रेड करने और उनके मोबाइल फोन के माध्यम से उनके संचार कौशल में सुधार करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो कम लागत में अधिक प्रभावी और कुशल दोनों है। 

उन्होंने बताया कि मोबाइल अकादमी कोर्स मोबाइल फोन के माध्यम से कभी भी कहीं भी एक साथ हजारों मितानिनों को प्रशिक्षित कर सकता है। मोबाइल अकादमी में कुल 11 मॉड्यूल होते हैं और प्रत्येक मॉड्यूल की समाप्ति के पश्चात मितानिनों को मोबाइल फोन के माध्यम से कुछ प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं। 

जिले में शत-प्रतिशत मितानिनों ने मोबाइल अकादमी कोर्स पूर्ण कराने में जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. भूमिका वर्मा, जिला डाटा प्रबंधक श्री अखिलेश चोपड़ा, राज्य कार्यक्रम समन्वयक श्री राजा अहमद, संभागीय कार्यक्रम समन्वयक सुश्री जोतशना, जिला डाटा सहायक श्रीमती प्रीति सिंह, जिला मितानिन समन्वयक सुश्री प्रियंका साहू, श्रीमती देवकी वर्मा की विशेष भूमिका रही। 

उल्लेखनीय है कि मितानिन कार्यक्रम में राजनांदगांव जिला हमेशा ही अग्रणी रहा है एवं स्वास्थ्य सूचकांकों की बेहतरी के लिए मितानिनों की विशेष सहभागिता रहीं है। मोबाइल अकादमी कोर्स पूर्ण होने से मितानीन अधिक दक्षता से कार्य करेंगी एवं कार्य कुशलता में अधिक गुणवत्ता आयेगी। 

मोबाइल अकादमी कोर्स की तकनीकी जानकारी एवं मितानिनों को कोर्स में भाग लेने के लिए प्रेरित करने सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सुपरवाइजर, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर, मितानीन ट्रेनर्स, कनिष्ठ सचिवालय सहायक, जिला विकासखंड डाटा प्रबंधक, जिला डाटा सहायक का सराहनीय योगदान रहा है।