धमतरी 04 जून 2021धमतरी के सोरम-भटगांव में अब जय मां भवानी समूह ना केवल लेमनग्रास की खेती करेगा, बल्कि स्वयं मशीन के जरिए लेमनग्रास का तेल भी निकालेगा। कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मयंक चतुर्वेदी की उपस्थिति में समूह ने मशीन से लेमनग्रास का तेल निकालने का काम शुरू किया।
ज्ञात हो कि सोरम-भटगांव की 12 एकड़ बंजर भूमि को उपयोगी बनाने के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना और 14 वें वित्त आयोग से भूमि सुधार किया गया। भूमि सुधार के बाद उद्यानिकी विभाग महिला समूह को लेमनग्रास की खेती करने का प्रशिक्षण दिया गया और क्रेडा द्वारा सिंचाई व्यवस्था के लिए पम्प कनेक्शन लगाया गया। फलस्वरूप सोरम में नौ एकड़ और भटगांव में तीन एकड़ क्षेत्र में लेमनग्रास की खेती की जा रही है।
यहां पिछले डेढ़ साल से लेमनग्रास की खेती कर रही जय मां भवानी स्व सहायता समूह की अध्यक्ष किरणलता साहू बताती हैं कि पूर्व में उन्हें तेल निकलवाने के लिए निजी वेंडर पर निर्भर होना पड़ता था। इससे वाहन का किराया और समय का नुकसान तो होता ही था, साथ ही प्रति एकड़ 30 हजार रूपए तक की ही आमदनी हो पाती थी। वे खुश होकर बताती हैं कि भटगांव में लेमनग्रास से तेल निकालने का संयंत्र स्थापित हो गया है, अब उनकी आय में दुगुना इजाफा होगा और प्रति एकड़ 50-60 हजार रूपए की आमदनी होने की संभावना है।
उन्होंने यह भी बताया कि जिले के विभिन्न विकासखण्डों के 100 एकड़ क्षेत्र के लिए कार्ययोजना बनाई गई है जिसमें बिहान की महिलाओं द्वारा लेमनग्रास एवं अन्य औषधीय पौधों का विस्तार किया जाना है। इसलिए उन क्षेत्रों से भी लेमनग्रास का तेल इसी मशीन से निकाला जाएगा, जिससे बाकी समूह की महिलाएं भी लाभान्वित होंगी।
गौरतलब है कि भटगांव में स्थापित तेल निकालने की मशीन से एक बार में 600 किलो लेमनग्रास से चार लीटर तक तेल निकाला जा सकता है। यह तेल बहुत ही उपयोगी होता है। इसका उपयोग सौंदर्य प्रसाधन, मच्छर अगरबत्ती, साबून इत्यादि बनाने में किया जाता है। बाजार में इस तेल का मूल्य 1100 से 1500 रूपए प्रति लीटर है। अतः जय मां भवानी स्व सहायता समूह को उम्मीद है कि बाजार में इस तेल को बेचने से उनकी आय में अच्छा खासा इजाफा होगा।