राजनांदगांव – 1 मई को उज्जवला दिवस के अवसर पर राजनांदगांव जिले के ग्राम भेडी़कला में उज्जवला योजना के हितग्राहियों के बीच एलपीजी पंचायत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गैस चूल्हे पर भोजन बनाने वाली महिलाओं का गंगई एचपी गैस एजेंसी के द्वारा उपहार देकर सम्मान किया गया।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत आजादी के अमृत महोत्सव पर 1 मई को उज्जवला योजना दिवस मनाया जा रहा है। स्वास्थ्य के लिए घातक लकड़ी के काले धुए से निजात दिलाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा उज्ज्वला योजना की शुरुआत की गई थी और देशभर में लगभग 9 करोड़ से अधिक परिवारों को उज्जवला योजना के तहत रसोई गैस कनेक्शन वितरित किया गया है। इस योजना के हितग्राहियों के बीच उज्जवला दिवस के अवसर पर राजनांदगांव की गंगाई एचपी गैस एजेंसी द्वारा ग्राम खेड़ी कला में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस दौरान नियमित रूप से रसोई गैस चूल्हे पर भोजन बनाने वाली महिलाओं का गैस एजेंसी के संचालक भावेश अग्रवाल द्वारा उपहार भेंट कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के अवसर पर महिलाओं को बताया गया कि लकड़ी जलाने से धुएं के साथ ही स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है, वहीं पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है। उज्जवला एलपीजी पंचायत का आयोजन करते हुए सभी महिलाओं से रसोई गैस के माध्यम से ही भोजन बनाने की अपील की गई और जो महिलाएं कनेक्शन लेने के बाद भी गैस सिलेंडर का उपयोग नहीं कर रही है उन्हें गैस चूल्हे पर भोजन बनाने प्रोत्साहित किया गया।
उज्जवला दिवस के अवसर पर आयोजित एलपीजी पंचायत कार्यक्रम में शामिल होने बड़ी संख्या में उज्जवला योजना के हितग्राहियों के साथ गांव की अन्य महिलाएं भी शामिल हुई। इस दौरान महिलाओं ने केंद्र सरकार की इस उज्ज्वला योजना की काफी प्रशंसा की, महिलाओं ने कहा कि पहले धुएं के बीच चूल्हा फूंक कर भोजन बनाना पड़ता था, जिससे चुल्हा फूंकते वक्त सांस फूलती थी और धुएं से खांसी भी आती थी। वहीं उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन मिलने से रसोई बनाना आसान हुआ है और झटपट भोजन समय पर तैयार भी हो जाता है। महिलाओं ने केंद्र सरकार से निवेदन करते हुए कहा कि रसोई गैस का दाम कम हो जाता है तो उन्हें हर माह गैस सिलेंडर लेने में दिक्कत नहीं होती।
उज्जवला दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल होने में पहुंची महिलाओं ने इस तरह के आयोजनों की सराहना भी की और उपस्थित अतिथियों के प्रोत्साहित करने पर सभी महिलाओं ने गैस चूल्हे पर ही भोजन बनाने की बात कहीं।